देशभर में कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों (Post Office Employees) के लिए बड़ा ऐलान किया है. केंद्र सरकार ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस के कारण किसी भी कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसको मुआवजे के रुप में 10 लाख रुपए दिए जाएंगे. 

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रवि शंकर प्रसाद ने किया ट्वीट

शनिवार को संचार मंत्रालय (Ministry of Communications) ने कहा, 'कोविड-19 के मद्देनजर, ग्रामीण डाक सेवकों समेत अगर किसी भी पोस्टल कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मौत होती है तो केंद्र सरकार उन्हें 10 लाख रुपए अनुग्राह राशि के तौर पर देगी. इसे तत्काल रूप से लागू कर दिया गया है और यह कोविड-19 खत्म होने तक जारी रहेगी.' बता दें रविशंकर प्रसाद ने इस बारे में ट्वीट करके भी जानकारी दी है. 

जरूरी सेवाओं में आता है पोस्ट ऑफिस

डाक विभाग अनिवार्य सेवाओं के तहत आता है. ग्रामीण डाक सेवक (Gramin Daak Sevak) सहित डाक कर्मचारी जनता को डाक पहुंचाने के साथ ही डाक घर बचत बैंक, डाक जीवन बीमा सेवाएं देने के अलावा इस वक्त खाने के पैकेट, राशन और जरूरी दवाओं के साथ ही अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति कर रहे हैं.

इन सुविधाओं को भी मुहैया करा रहा पोस्टऑफिस

डाक घर स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क कर देशभर में कोविड-19 किट, फूड पैकेट, राशन एवं अनिवार्य दवाओं आदि की आपूर्ति भी की जा रही है. हालांकि इस वक्त डाक विभाग कम स्टाफ के साथ काम कर रहा है, जो लगभग 60 फीसदी का है. इसकी वजह है कि छोटे पोस्ट ऑफिस बंद हैं.

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जल्द अमल में आएगा फैसला

संचार मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 की स्थिति के परिप्रेक्ष्य में फैसला किया गया है कि ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) सहित सभी डाक कर्मचारियों को कर्तव्य निवर्हन के दौरान कोविड- 19 बीमारी का शिकार हो जाने पर 10 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाएगा. ये दिशानिर्देश जल्द प्रभावी हो जाएंगे और कोविड-19 के संकट की समाप्ति तक पूरी अवधि तक के लिए लागू रहेंगे.’’