सरकारी कर्मचारी खबरदार! UPS को चुनने से पहले समझ लें इसकी सबसे बड़ी खामी, वरना बाद में होगी परेशानी
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Fri, Aug 30, 2024 02:04 PM IST
पुरानी पेंशन (Old Pension Scheme) की मांग को लेकर 20 साल से चले आ रहे विरोध और आंदोलन को समाप्त करने के मकसद से सरकार की ओर से उतारी गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (Unified Pension Scheme) यानी यूपीएस (UPS) का काफी विरोध हो रहा है. कर्मचारी संगठनों का कहना है कि इसमें बहुत सारी खामियां हैं. इसकी सबसे बड़ी खामी तो वित्त सचिव टीवी सोमनाथन के एक जवाब से निकलकर आई है जो इसकी तमाम अच्छाइयों पर भारी पड़ गई है.
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ये है सबसे बड़ी खामी
UPS की सबसे बड़ी खामी वीआरएस के मामले में सामने आती है. अगर कोई कर्मचारी 60 साल की उम्र से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चुनता है तो उसे पेंशन कब से मिलेगी. ये सवाल जब वित्त सचिव टीवी सोमनाथन से पूछा गया तो उनका जवाब था कि आप रिटायर चाहे जब हों, यूपीएस के तहत पेंशन सेवानिवृत्ति की आयु पूरी होने के बाद ही मिलेगी.
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ये है बड़ी समस्या
रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली इस पेंशन स्कीम में इस खामी के चलते बड़ी मुश्किल सामने आएगी. दरअसल देश में तमाम विभागों में रिटायरमेंट की अवधि अलग-अलग है. विश्वविद्यालयों में रिटायरमेंट की आयू 65 साल है. कुछ विभागों में 60 वर्ष तो कुछ में 58 वर्ष है. ऐसे में अगर व्यक्ति 58 वर्ष में रिटायर हो जाए तो पेंशन के लिए उसे दो साल का इंतजार करना होगा. वहीं अगर कोई कर्मचारी 50 साल की उम्र पर वीआरएस लेते हैं तो आपको यूपीएस के तहत पेंशन पाने के लिए 10 साल तक इंतजार करना होगा.
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ये है कर्मचारियों की चिंता
इस मामले में कर्मचारी संगठन का कहना है कि 25 साल में नौकरी लेने वाला युवक अगर 50 की आयु में नौकरी के 25 साल पूरे करके VRS लेना चाहे, तो उसके पास यूपीएस के तहत पेंशन लेने का कोई विकल्प 10 सालों तक नहीं होगा. इस बात की क्या गारंटी कि अगले 10 तक वो जिंदा भी रहेगा या नहीं. ऐसे में सरकार को इस स्कीम की सबसे बड़ी खामी को दूर करने की जरूरत है और इसमें वीआरएस लेने वाले के लिए भी पेंशन लेने की व्यवस्था बनानी चाहिए.
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