PFRDA NPS: पेंशनर्स को मिली खुशखबरी! इस नए प्लान के तहत मिलेगा गारंटी रिटर्न, जानिए डीटेल्स
PFRDA NPS Pension: पेंशनर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. पेंशन रेगुलेटर पीएफआरडीए अपने कर्मचारियों के लिए एक नया प्लान लेकर आ रहा है, जिसके तहत न्यूनतम पेंशन देने की कोशिश है.
PFRDA NPS Pension: देश के लाखों लोगों पेंशनर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. पेंशन रेगुलेटर ऑफ इंडिया यानी कि PFRDA, नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) के तहत मिनिमम अश्योर्ड रिटर्न स्कीम (MARS) नाम से एक नए प्लान को लेकर आने वाला है. इस योजना से लगभग सभी पेंशनर्स को फायदा मिलेगा. इस नए प्लान को नेशनल पेंशन स्कीम में ही 30 सितंबर तक लॉन्च करने की तैयारी है. इस प्रोग्राम के तहत न्यूनतम गारंटी रिटर्न योजना को लाने की तैयारी की जा रही है, जिससे देश के करोड़ों निवेशकों को फायदा मिलने वाला है.
30 सितंबर से शुरू हो सकती है योजना
PFRDA के चेयरपर्सन सुप्रतिम बंधोपाध्याय ने बताया कि अभी हम न्यूनतम पेंशन योजना प्लान की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि PFRDA अपने निवेशकों पर महंगाई और रुपए की वैल्यू में गिरावट से पड़ने वाले असर को समझता है और उसी के आधार पर पेंशनर्स को रिटर्न भी देता है.
अभी NPS में एक न्यूनतम रिटर्न योजना पर काम चल रहा है. इससे निवेशकों को एक बड़ी राशि मिल सकती है. बंदोपाध्याय ने आगे बताया कि एनपीएस के तहत 30 सितंबर से न्यूनतम गारंटी योजना शुरू हो सकती है.
अबतक कितना रिटर्न मिला है?
सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने जानकारी दी कि पिछले 13 सालों में नेशनल पेंशन स्कीम से निवेशकों को सालाना 10.27 फीसदी से ज्यादा की दर से रिटर्न दिया गया है. बढ़ती महंगाई से राहत दिलाने के लिए ये कोशिश की जा रही है कि एनपीएस के निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिले.
20 लाख हो जाएंगे सब्सक्राइबर्स
PFRDA के चेयरपर्सन ने बताया कि पेंशन एसेट्स का साइज 35 लाख करोड़ रुपए है. जिसमें से 22 फीसदी यानी कुल 7.72 लाख करोड़ रुपए एनपीएस के पास और 40 फीसदी हिस्सा ईपीएफओ के पास है. इस योजना से जुड़ने की अधिकतम आयु सीमा को बढ़ाकर 70 साल कर दिया है. जिससे सब्सक्राइबर्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. अब कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.41 लाख से बढ़कर 9.76 लाख हो गई है.
क्या है नेशनल पेंशन स्कीम (NPS)
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए 1 जनवरी 2004 को एनपीएस अनिवार्य कर दिया था. इसके बाद सभी राज्यों ने अपने कर्मचारियों के लिए एनपीएस योजना को अपना लिया. 2009 में इस योजना को निजी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी खोल दिया. रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी एनपीएस का हिस्सा निकाल सकते हैं और बाकी रकम से रेग्लुयर इनकम के लिए एन्युटी ले सकते हैं. यहां 18-70 साल का कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है.