NPS: नौकरी करते ही शुरू कर दें ये काम, मौज में कटेगा बुढ़ापा
National Pension System: PFRDA) के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा, जब भी कोई नौकरी या कामकाज शुरू करता है, तो उसे उसी समय से रिटायरमेंट (Retirement) के बाद की अपनी आय और पेंशन के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए और निवेश करना चाहिए.
National Pension System: पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट ऑथोरिटी (PFRDA) के चेयरमैन दीपक मोहंती ने कहा है कि लोगों को पेंशन के लिये एक ‘स्वाभाविक पसंद’ विकसित करने की जरूरत है और सेवानिवृत्ति (Retirement) के बाद बेहतर जीवनयापन के लिये ‘खाने से सजी थाली’ की तरह अलग-अलग स्रोतों से आमदनी होनी जरूरी है. मोहंती ने यह भी कहा कि जब भी कोई नौकरी या कामकाज शुरू करता है, तो उसे उसी समय से सेवानिवृत्ति आय (Retirement Age) और पेंशन (Pension) के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए और इसके लिए निवेश भी करना चाहिए. लंबी अवधि तक निवेश करके ही ‘कम्पाउंडिंग’ (Compounding) का लाभ उठाकर रिटायरमेंट के लिये अच्छा फंड बनाया जा सकता है.
मोहंती ने 1 अक्टूबर को मनाये जा रहे नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) दिवस के मौके पर कहा, लोगों में पेंशन को लेकर ‘स्वाभाविक पसंद’ होनी चाहिए, जिसका अभी अभाव है. रिटायरमेंट के बाद अच्छा जीवन जीने के लिये जरूरी है कि हमारे पास फिक्स्ड इनकम का जरिया हो और वह केवल पेंशन रूपी इकलौते स्रोत से नहीं बल्कि ‘खाने से सजी थाली’ की तरह अलग-अलग स्रोतों से आए. अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अंतर्गत आते हैं और आपकी आय का एक हिस्सा भविष्य निधि (PF) में जा रहा है, तो भी एनपीएस जरूर लें.
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कम्पाउंडिंग का मिलेगा फायदा
पीएफआरडीए (PFRDA) देश के नागरिकों के बीच पेंशन और रिटायरमेंट योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 1 अक्टूबर को एनपीएस दिवस के रूप में मनाता है. मोहंती ने वित्तीय नियोजन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा, जब भी कोई नौकरी या कामकाज शुरू करता है, तो उसे उसी समय से रिटायरमेंट (Retirement) के बाद की अपनी आय और पेंशन के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए और निवेश करना चाहिए. लंबी अवधि (30 साल) तक निवेश करके ही आप रिटायरमेंट के लिये एक अच्छा फंड बना सकते हैं. क्योंकि तभी हमें कम्पाउंडिंग का लाभ मिलता है. कम्पाउंडिंग का सही लाभ 15 साल के बाद मिलना शुरू होता है और अगर आप 30 साल तक निवेश करते हैं, तो यकीन मानिए, आप एक अच्छी राशि प्राप्त करेंगे.
उन्होंने कहा, लोग जब 40 साल या उससे ऊपर के होते हैं, तब पेंशन के बारे में सोचते हैं. लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है और जरूरत के मुताबिक फंड नहीं बन पाता है. ऐसा लोगों के बीच समुचित वित्तीय जानकारी के अभाव के कारण होता है.
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‘खाने से सजी थाली’ जैसी हो रिटायरमेंट इनकम
मोहंती ने कहा, लोग कहते हैं, मेरे बैंक खाते में पैसा है, मेरे पास संपत्ति है. लेकिन मेरा मानना है कि पैसा हर जगह लगाना चाहिए. यह लोगों को समझना चाहिए कि रिटायरमेंट के बाद एक फिक्स्ड इनकम जरूरी है. वित्तीय नियोजन को खाने की थाली की तरह माना जा सकता है. किसी को चिकन अच्छा लगता है लेकिन अगर उसे केवल चिकन ही खाने को दिया जाए तो कैसा लगेगा. अगर थाली में चपाती, चावल, दाल, एक-दो सब्जी, सलाद आदि हो तो और भी अच्छा लगेगा. आपकी आय के स्रोत भी अलग-अलग होने चाहिए. कुछ विकसित देशों में कर्मचारियों को तीन-तीन पेंशन मिलती हैं. मेरा अपना अनुभव है, रिटायरमेंट (Retirement) के बाद पेंशन (Pension) के कई स्रोत होने चाहिए.
एनपीएस (NPS) में पेंशन राशि तय नहीं होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, लंबे समय तक पेंशन तय करना व्यावहारिक नहीं है. कुछ विकसित देशों में जहां पेंशन फंड जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 100 % या उससे भी ज्यादा है, वहां भी इसको लेकर समस्या हो रही है. बता दें कि आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (OECD) से जुड़े कई देशों में पेंशन फंड जीडीपी का 70 फीसदी है और कुछ देशों में 100 फीसदी से भी ज्यादा है.
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भारत में ईपीएफओ (EPFO), एनपीएस (NPS), जीवन बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के पेंशन उत्पाद समेत सभी प्रकार की पेंशन से जुड़ी संपत्ति जीडीपी का 16.5 फीसदी है। वहीं एनपीएस और अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) में फंड जीडीपी का 3.6 फीसदी है.
क्या है NPS?
एनपीएस में पेंशन निर्धारित नहीं है. सही मायने में यह बचत योजना है, जहां 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद कुल फंड का कम-से-कम 40% राशि से पेंशन उत्पाद खरीदना होता है और बाकी राशि निकाली जा सकती है. नागरिकों के मामले में 18 साल की उम्र से एनपीएस (NPS) लिया जा सकता है और अगर निकासी का विकल्प नहीं चुना जाता है तो इसमें 75 साल तक बना रहा जा सकता है. हालांकि, चेयरमैन ने कहा, इतना तय है कि एनपीएस पर जो रिटर्न है, वह बहुत अच्छा है और लोग लंबी अवधि में एक अच्छे फंड की उम्मीद कर सकते हैं.
पीएफआरडीए के अनुसार, एनपीएस (NPS) के तहत शेयर में निवेश पर शुरू से लेकर अब तक 12.84 फीसदी का रिटर्न मिला है. एनपीएस से सरकारी कर्मचारियों के मामले में रिटर्न 9.4 फीसदी तक है.
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