हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) को बढ़ावा देने के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने सालाना प्रीमियम की जगह अब मंथली, तिमाही और छमाही प्रीमियम देने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा अब इंश्योरेंस कंपनियां IRDAI की मंजूरी का इंतजार किए बिना अपने प्रोडक्ट्स में छोटे बदलाव कर पाएंगी. इनमें अतिरिक्त राइडर से लेकर ज्यादा उम्र तक इंश्योरेंस कवर देना शामिल होगा. इस बदलाव से पॉलिसी होल्डर्स को कई फायदे होंगे.

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हेल्थ इंश्योरेंस हुआ आसान ?

- हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को मासिक, तिमाही, छमाही देने की मंजूरी

- अब तक सालाना प्रीमियम को ही मंजूरी थी

- इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने मंजूरी दी

- कंपनियों को प्रोडक्ट्स में छोटे बदलाव करने की भी मंजूरी मिली

- सर्टिफिकेशन के जरिए प्रोडक्ट्स में छोटे बदलाव को मंजूरी

- IRDAI की मंजूरी के बिना प्रोडक्ट के प्रीमियम में 15% तक बदलाव

- कंपनियां 65 साल से ज्यादा की उम्र में भी हेल्थ इंश्योरेंस दे पाएगी

- हेल्थ पॉलिसी में अतिरिक्त राइडर, क्रिटिकल इलनैस जोड़ पाएंगे

पॉलिसी होल्डर्स को फायदा?

- पॉलिसी होल्डर पर एक साथ पूरे प्रीमियम का भार नहीं पड़ेगा

- हेल्थ इंश्योरेंस को बढ़ावा मिलेगा

- इंश्योरेंस का डिस्ट्रिब्यूशन बढ़ेगा, ज्यादा ट्रांसपरेंसी आएगी

- लोग ज्यादा राशि का इंश्योरेंस कवर लेंगे

- ग्राहक की जरूरत के मुताबिक कंपनिया प्रोडक्ट बनाएगी

- सीनियर सिटिजन को इंश्योरेंस कवर का ज्यादा फायदा मिलेगा

बुजुर्गों को आसान कवर

- हेल्थ इंश्योरेंस में IRDAI के बड़े बदलाव

- अब हर महीने प्रीमियम भरने का विकल्प

- 65 साल से ज्यादा को भी आसान कवर होगा

- अतिरिक्त राइडर देने में होगी सहूलियत

सीनियर सिटिजन को क्‍या फायदा होगा?

- मंजूरी के बिना प्रोडक्ट के प्रीमियम में 15% तक बदलाव

- नए बदलाव से इंश्योरेंस की पहुंच बढ़ेगी ?

- प्रोडक्ट में छोटे बदलावों के लिए मंजूरी जरूरी नहीं?