मोदी सरकार की तरफ से NPS Vatsalya स्कीम की शुरुआत की जा चुकी है, जिसके तहत आप अपने बच्चे के भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं. यह एक रेगुलर नेशनल पेंशन स्कीम का एक्सटेंशन है. यह स्कीम बच्चों के लिए डिजाइन की गई है. जब बच्चे 18 साल के हो जाएंगे तो माता पिता स्कीम से बाहर निकल सकते हैं. 

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इसके बाद शर्त ये है कि मेच्योरिटी पर कुल अमाउंट का कम से कम 80 फीसदी एक एन्युटी प्लान में री-इन्वेस्ट करना होगा और आप सिर्फ 20 फीसदी पैसे निकाल सकते हैं. एनपीएस वात्सल्य स्कीम का फायदा बच्चे की हायर एजुकेशन, बिजनेस शुरू करने या किसी और बड़ी जरूरत में भी मिलेगा. बता दें कि इसें आपको कम से कम 1000 रुपये सालाना निवेश करने होंगे.

एनपीएस वात्सल्य की कैलकुलेशन समझें

अगर आप एनपीएस वात्सल्य में बच्चे के लिए मामूली पैसे भी निवेश करते रहें, तो उसके 18 साल के होने तक आप एक बड़ा कॉर्पस बना सकते हैं. मान लेते हैं कि आप हर महीने इस स्कीम के तहत अपने बच्चे के लिए 1000 रुपये एनपीएस वात्सल्य स्कीम में डालते हैं. यह भी मान लेते हैं कि 18 साल तक निवेश होगा और हर साल औसतन 10 फीसदी का रिटर्न मिलेगा. इस तरह आप 18 सालों कुल 2.16 लाख रुपये निवेश करेंगे, जिस पर आपको करीब 3,89,568 रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह आपका कुल कॉर्पस 6,05,568 रुपये हो जाएगा.

18 साल के बाद बच्चा करे निवेश!

मान लेते हैं कि 19वें साल से लेकर 60 साल की उम्र तक बच्चा इसमें 1000 रुपये मंथली निवेश करता है. इस तरह कुल 60 साल की अवधि में एनपीएस वात्सल्य में 7.20 लाख रुपये निवेश होंगे. वहीं इस पर आपको करीब 3.76 करोड़ रुपये का ब्याज मिलेगा. इस तरह आपका कुल कॉर्पस 3.83 करोड़ रुपये का हो जाएगा.

कितनी मिलेगी पेंशन?

मान लेते हैं कि 60 साल की उम्र के बाद आपका बच्चा एनपीएस वात्सल्य अकाउंट के सारे पैसे किसी एन्युटी प्लान में लगाकर पेंशन लेता है. अगर उस प्लान में ब्याज दर सिर्फ 5-6 फीसदी मिलती है, तो भी आपके बच्चे को सालाना करीब 19.15-22.98 लाख रुपये सालाना सिर्फ ब्याज के मिलेंगे. यानी हर महीने 1.59-1.91 लाख रुपये पेंशन की तरह मिलने लगेंगे.