SIP Pause Vs Close: आज के समय में SIP निवेशकों के पसंदीदा विकल्‍प में से एक बन चुका है. SIP के जरिए म्‍यूचुअल फंड्स में निवेश किया जाता है. SIP को छोटी सी बचत से भी शुरू किया जा सकता है और लंबे समय में इसके जरिए मोटा फंड तैयार किया जा सकता है. यही वजह है कि आज के समय में लोग एक साथ अलग-अलग गोल्‍स के हिसाब से कई SIP भी साथ चलाते हैं. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लेकिन मान लीजिए कि आपने 5,000 से 10,000 रुपए की मंथली SIP शुरू की और अचानक कोई ऐसी कंडीशन आपके सामने आ गई कि आपके लिए SIP को जारी रख पाना मुश्किल हो गया, तो इस स्थिति में आप क्‍या करेंगे? ऐसे में आपके पास दो ऑप्‍शन होंगे, पहला या तो आप एसआईपी को क्‍लोज करवा दें और पैसा निकाल लें और दूसरा ऑप्‍शन है कि आप एसआईपी को कुछ समय के लिए रोक दें यानी Pause कर दें और जब हालात बेहतर हों, तब इसे फिर से शुरू कर दें. आइए आपको बताते हैं कि इस तरह की कंडीशन में आपके लिए कौन सा फैसला लेना बेहतर साबित होगा.

पहले समझिए क्‍या है SIP Pause?

फ्राइनेंशियल क्राइसिस के दौरान इस सुविधा को इस्‍तेमाल करके आप अपनी स्‍कीम को पूरी तरह से बंद करने की बजाय बीच में रोक सकते हैं. पहले यह सुविधा 1 से 3 महीने की थी, लेकिन अब कुछ फंड हाउस ने इसे 6 महीने तक बढ़ा दिया है. इस सुविधा को लेने के लिए आपको एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी एएमसी को 'पॉज' करने की रिक्वेस्ट डालनी होती है. रिक्‍वेस्‍ट डालते समय आपको ये देखना होगा कि आपकी कंपनी कितने दिनों की पॉज सुविधा देती है. अगर आपके अनुरोध को कंपनी अप्रूव कर देती है तो एक निश्चित समय के लिए आपसे एसआईपी की किस्‍त नहीं ली जाएगी. लेकिन 'पॉज' पीरियड खत्म होने के बाद एसआईपी की किस्‍त अपने आप आपके अकाउंट से कटने लगेगी. 

कब SIP Pause चुनें और कब इसे Close करवाएं?

मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटना, या अचानक से कोई बड़ा खर्च आपके पास आ जाता है या फिर शादी विवाह, घर खरीदने या फैमिली से जुड़े अन्य किसी इवेंट के चलते आपके ऊपर आर्थिक जिम्‍मेदारी बढ़ जाए  और आपको लगता है कि अभी आप एसआईपी की किस्‍त जारी नहीं रख पाएंगे, लेकिन कुछ समय बाद इसे फिर से शुरू कर सकते हैं, तो ऐसे में आप SIP Pause का विकल्‍प चुन सकते हैं और कुछ समय बाद अपना निवेश फिर से जारी कर सकते हैं. लेकिन अगर आर्थिक तंगी इस तरह की हो कि आपको इस बात का अंदाजा ही न हों अब आपकी स्थितियां कब सामान्‍य होंगी, तभी एसआईपी को बंद कराने का फैसला आप ले सकते हैं.

एसआईपी को बीच में Close कराने के बाद आपकी अपने लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने की कोई उम्‍मीद नहीं रहती, लेकिन SIP Pause कराने से आपको कुछ दिनों के लिए किस्‍त देने से राहत मिल जाती है, साथ ही इससे आपके निवेश का लक्ष्य प्रभावित नहीं होता है. Pause पीरियड के बाद बाजार के सेंटीमेंट अगर बेहतर होंगे तो इसका पूरा फायदा आपको भी मिल सकता है. इसका सबसे बेहतर उदाहरण लोगों को कोविड टाइम में देखने को मिला. उस समय फाइनेंशियल क्राइसिस के चलते बहुत से लोगों ने Pause की सुविधा का फायदा लिया और बाद में इसे फिर से चालू कर दिया. कोविड 19 के बाद जब बाजार में रिकवरी शुरू हुई, तो उन्‍हें इसका जबरदस्‍त फायदा मिला.