Top 5 Value Fund Picks: शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड लेवल पर कारोबार कर रहा है. बाजार की इस तेजी में म्‍यूचुअल फंड निवेशक भी लगातार पैसा लगा रहे हैं.  एम्‍फी (AMFI) डाटा के मुताबिक, जून 2023 में इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में नेट इनफ्लो बढ़कर 8637 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, SIP के जरिए 14,734.45 करोड़ रुपये का निवेश आया.  इक्विटी कैटेगरी में जून में सबसे ज्‍यादा इनफ्लो स्‍मॉलकैप फंड्स में 5472 करोड़ रुपये रहा. उसके बाद  Value Fund/Contra Fund में 2,239.08 करोड़ रुपये का निवेश आया. वैल्‍यू फंड्स कम वैल्‍युएशन वाले फंड्स होते हैं, जिनमें लंबी अवधि में अच्‍छा रिटर्न देने का दम रहता है. ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) ने जुलाई 2023 के अपने टॉप इक्विटी  म्‍यूचुअल फंड पिक्‍स में 5 वैल्‍यू फंड्स शामिल किए हैं. इनमें 10 लाख एकमुश्‍त निवेश पर 10 साल में करीब 49 लाख तक का वेल्‍थ गेन हुआ है.  

Sharekhan Top 5 Value Fund/Contra Fund Picks 

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ICICI Prudential Value Discovery Fund

शेयरखान ने ICICI प्रु वैल्‍यू डिस्‍कवरी फंड को टॉप पिक में शामिल किया है. इस फंड का बीते 10 साल में औसत रिटर्न 19.39 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10 लाख रुपये का एकमुश्‍त निवेश 10 साल में बढ़कर 58.84 लाख रुपये हो गया. इस तरह करीब 48.84 लाख रुपये का वेल्‍थ गेन हुआ. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 1000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 100 रुपये है.

Bandhan Sterling Value Fund

शेयरखान ने बंधन स्‍टर्लिंग वैल्‍यू फंड को टॉप पिक में शामिल किया है. इस फंड का बीते 10 साल में औसत रिटर्न 18.03 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10 लाख रुपये का एकमुश्‍त निवेश 10 साल में बढ़कर 52.47 लाख रुपये हो गया. इस तरह करीब 42.47 लाख रुपये का वेल्‍थ गेन हुआ. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 1000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 100 रुपये है.

SBI Contra Fund

शेयरखान ने SBI कॉन्‍ट्रा फंड को टॉप पिक में शामिल किया है. इस फंड का बीते 10 साल में औसत रिटर्न 16.85 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10 लाख रुपये का एकमुश्‍त निवेश 10 साल में बढ़कर 47.45 लाख रुपये हो गया. इस तरह करीब 37.45 लाख रुपये का वेल्‍थ गेन हुआ. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 500 रुपये है.

 

Nippon India Value Fund

शेयरखान ने निप्‍पॉन इंडिया वैल्‍यू फंड को टॉप पिक में शामिल किया है. इस फंड का बीते 10 साल में औसत रिटर्न 16.70 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10 लाख रुपये का एकमुश्‍त निवेश 10 साल में बढ़कर 46.84 लाख रुपये हो गया. इस तरह करीब 36.84 लाख रुपये का वेल्‍थ गेन हुआ. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 500 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 1000 रुपये है.

 

UTI Value Opportunities Fund

शेयरखान ने UTI वैल्‍यू अपॉर्च्‍यूनिटी फंड को टॉप पिक में शामिल किया है. इस फंड का बीते 10 साल में औसत रिटर्न 13.48 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10 लाख रुपये का एकमुश्‍त निवेश 10 साल में बढ़कर 35.41 लाख रुपये हो गया. इस तरह करीब 25.41 लाख रुपये का वेल्‍थ गेन हुआ. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 500 रुपये है.

(नोट: NAV- 10 जुलाई 2023, सोर्स: AMFI) 

Equity Funds में निवेश जारी 

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जून 2023 में इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में नेट इनफ्लो बढ़कर 8637 करोड़ रुपये हो गया. जोकि मई 2023 में 3,240 करोड़ रुपये था. इक्विटी फंड्स में निवेशकों ने स्‍मॉल कैप फंड्स में जमकर पैसा लगाया. AMFI के मुताबिक, जून 2023 के दौरान Equity Mutual Funds कैटिगरी में सबसे ज्यादा 5472 करोड़ रुपये का निवेश स्‍मॉल कैप फंड्स में आया है. इसके बाद Value Fund/Contra Fund में 2,239.08 करोड़, Mid Cap Fund में 1,748.51 करोड़, Multi Cap Fund में 734.68 करोड़, Large & Mid Cap Fund में 1,146.69 करोड़,  Dividend Yield Fund में 397.59 करोड़ और Sectoral/Thematic Funds में 459.25 करोड़ रुपये निवेशकों ने लगाए. 

दूसरी ओर, इक्विटी सेगमेंट से जून में लॉर्जकैप फंड से 2050 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो हुआ. इसके अलावा, Focused Fund से 1,018.31 करोड़, ELSS से 474.86 करोड़ और Flexi Cap Fund से 17.30 करोड़ रुपये निवेशकों ने निकाल लिये. पिछले महीने स्‍मॉलकैप फंड्स में 5472 करोड़ रुपये का निवेश आया है. जून 2023 में म्‍यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री से 2022 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो रहा. वहीं,जून में MF इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 44.39 लाख करोड़ रुपये हो गया है. 

क्‍या हैं  Value Funds फंड्स?

वैल्यू फंड ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम्स हैं जो एक वैल्यू इन्वेस्टमेंट स्‍टैटजी फॉलो करती हैं. वैल्यू फंड उन शेयरों में निवेश करना चाहता है, जिन्हें फंडामेंटल खासियतों के आधार पर प्राइस में कम करके आंका जाता है. फंड हाउस की तरफ से निवेशकों के लिए ऐसे शेयरों का चयन करने की मूल वजह यह है कि अस्थायी कारणों के चलते उनका वैल्यूएशन कम हो सकता है, लेकिन ये स्टॉक लंबे समय में हाई रिटर्न प्रदान करते हैं.वैल्यू फंड्स की डिविडेंड यील्ड ज्यादा होती है.  

 

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां टॉप फंड्स की पिक ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले स्‍वयं पड़ताल करें या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

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