Top 3 Small Cap Funds SIP Return:  शेयर बाजार में उथल-पुथल के बीच म्‍यूचुअल फंड्स में निवेशक खासकर रिटेल इन्‍वेस्‍टर लगातार पैसा लगा रहे हैं. इस साल लगातार तीसरे महीने मार्च में इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में इनफ्लो देखने को मिला. मार्च 2023 में इक्विटी फंड्स में कुल 20534 करोड़ रुपये का इन्फ्लो आया. फरवरी में इक्विटी फंड्स में 15,657 करोड़ रुपये का निवेश आया था. इक्विटी कैटिगरी में सबसे ज्यादा निवेश सेक्टोरल फंड्स में 3928.97 करोड़ रुपये का देखने को मिला. वहीं स्‍माल कैप (Small Cap Funds) कैटेगरी में इस साल लगातार तीसरे महीने निवेशकों ने जमकर खरीदारी की. इन फंड्स में पिछले महीने 2,430 करोड़ का निवेश आया. स्‍माल कैप फंड्स की टॉप परफॉर्मिंग फंड्स की बात करें, तो उनमें 10,000 मंथली SIP से 3 साल में 6 लाख रुपये तक का फंड बन गया. निवेशकों को स्‍कीम्‍स में 38 फीसदी तक सालाना का SIP रिटर्न मिला. 

Top 5 Small cap Funds: SIP Return  

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Quant Small Cap Fund

क्‍वांट स्‍माल कैप फंड का SIP रिटर्न बीते 3 साल में 38.02 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 3 साल में बढ़कर 6.14 लाख रुपये हो गया. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5,000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 1,000 रुपये है. 

Nippon India Small Cap Fund

निप्‍पॉन इंडिया स्‍माल कैप फंड का SIP रिटर्न बीते 3 साल में 31 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 3 साल में बढ़कर 5.60 लाख रुपये हो गया. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5,000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 1,000 रुपये है. 

Tata Small Cap Fund

टाटा स्‍माल कैप फंड का SIP रिटर्न बीते 3 साल में 30.35 फीसदी सालाना रहा है. इस स्‍कीम में 10,000 रुपये का मंथली निवेश 3 साल में बढ़कर 5.55 लाख रुपये हो गया. इस स्‍कीम में मिनिमम निवेश 5,000 रुपये है. जबकि मिनिमम SIP 500 रुपये है. 

Small Cap Funds: निवेशक जमकर कर रहे निवेश

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, मार्च में स्‍माल कैप फंड्स में  2430.04 करोड़ रुपये का निवेश आया. इससे पहल, फरवरी में स्‍माल कैप फंड्स में 2,246 करोड़ और जनवरी में 2,256 करोड़ का इनफ्लो आया था.

मार्च 2023 के दौरान Equity Funds कैटिगरी में सबसे ज्यादा निवेश Sectoral/Thematic Funds में 3928.97 करोड़ रुपये का आया. इसके बाद डिविडेंड यील्ड फंड्स में 3715.75 करोड़ रुपये, मिडकैप फंड्स में 2128.93 करोड़ रुपये, लार्ज एंड मिडकैप फंड्स में 1618.86 करोड़ रुपये और लार्ज कैप फंड्स में 911.29 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखने को मिला. वहीं, मल्टीकैप फंड्स में 716.97 करोड़ रुपए का इन्फ्लो दर्ज किया गया.

क्‍या हैं स्‍माल कैप फंड्स?

स्‍मालकैप फंड्स दरअसल हाई रिस्‍क इन्‍वेस्‍टमेंट ऑप्‍शन हैं. आमतौर पर स्‍माल कैप म्‍यूचुअल फंड्स उन कंपनियों के स्‍टॉक्‍स में निवेश करते हैं, जिनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 5 हजार करोड़ से कम रहता है. मार्केट रेग्‍युलेटर सेबी के मुताबिक, स्‍माल कैप फंड्स में कम से कम 65 फीसदी एसेट अलोकेशन स्‍माल-कैप स्‍टॉक्‍स में करना जरूरी होता है. जहां, तक इन फंड्स पर टैक्‍स लायबिलिटी की बात है, तो 1 साल से कम समय तक यूनिट रखने पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्‍स टैक्‍स और एक साल से ज्‍यादा समय तक यूनिट रखने पर लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन लगता है. हालांकि, अगर एक फाइनेंशियल ईयर में कैपिटल गेन एक लाख से कम है, तो इस पर टैक्‍स लायबिलिटी नहीं बनती है.  

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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