Small Cap Funds: म्‍यूचुअल फंड की इक्विटी कैटेगरी में अगस्‍त 2023 के दौरान पांच महीने में सबसे ज्‍यादा निवेश आया है. इनमें स्‍मॉल कैप फंड्स में ताबड़तोड़ निवेश आ रहा है. इससे साफ संकेत यह भी है कि रिटेल निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं. अगस्‍त 2023 में भी स्‍मॉल कैप फंड्स (Small cap Funds) में 4265 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया है. बीते 5 महीने से इक्विटी सेगमेंट में सबसे ज्‍यादा निवेश स्‍मॉल कैप कैटेगरी में आया है. एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी अगस्‍त 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी कैटिगरी (Equity Mutual Funds) में 20,245.26 करोड़ रुपये रहा. यह पांच महीने में सबसे ज्‍यादा है. जुलाई में 7625.96 करोड़ और जून में 8,637.49 करोड़ का इनफ्लो आया था. 

Small Cap Funds में जमकर आ रहा पैसा 

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AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्‍त 2023 में 4265 करोड़ का इनफ्लो आया. जुलाई में 4,171.44 करोड़, जून में 5,471.75 करोड़, मई में 3,282.50 करोड़ और अप्रैल में 1,790.98 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ है. इक्विटी कैटेगरी में बीते पांच महीने से स्‍मॉल कैप फंड्स में रिकॉर्ड निवेश आया है. थिमैटिक/सेक्‍टोरल कैटेगरी के बाद सबसे ज्‍यादा इनफ्लो स्‍मॉल कैप में आया है. 

अगस्‍त में SIP के जरिए 15,814 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ है. जबकि जुलाई में एसआईपी इनफ्लो 15,243 करोड़ रुपये था. इस तरह लगातार दूसरे महीने एसआईपी के जरिए 15 हजार करोड़ से ज्‍यादा का इनफ्लो देखने को मिला. 

आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी कैटेगरी में अगस्‍त 2023 के दौरान  Sectoral/Thematic Funds में सबसे ज्‍यादा  4,805.81 करोड़ का निवेश आया. इसके बाद Multi Cap Fund में 3,422.14 करोड़, Mid Cap Fund में 2,512.34 करोड़, Large & Mid Cap Fund में 2,113.16 करोड़, Value Fund/Contra Fund में 1,364.62 करोड़, Dividend Yield Fund में 416.29 करोड़ और Flexi Cap Fund से 2,192.86 करोड़ रुपये का निवेश आया. इसके अलावा, ELSS से 26.69 करोड़ और Focused Fund से 471.10 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला. 

Small Cap Funds: क्‍या कहते हैं एक्‍सपर्ट 

मोतीलाल ओसवाल एएमसी के चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी का कहना है, स्‍मॉल कैप फंड्स में पॉजिटिव ट्रेंड बना हुआ है. थिमैटिक/सेक्‍टोरल फंड्स के बाद स्‍मॉल कैप फंड्स में सबसे ज्‍यादा नेट इनफ्लो स्‍मॉल कैप कैटेगरी में रहा. अगस्‍त के आंकड़े साफ तौर पर बताते हैं कि मिड और स्‍मॉल कैप स्‍टॉक्‍स में ताबड़तोड़ रैली है. 

SAMCO म्‍यूचुअल फंड के सीईओ विराज गांधी का कहना है, मौजूदा समय में स्‍मॉल कैप और मिड कैप  फंड्स का दौर है. स्‍मॉल कैप फंड्स में 4,265 करोड़ का इनफ्लो रहा. जोकि सबसे ज्‍यादा इनफ्ल रहा. मिड कैप फंड्स में भी 2,512 करोड़ का इनफ्लो रहा. म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स की परफॉर्मेंस पर लट्टू हैं. इन फंड्स में इस तरह का इनफ्लो midcap 150 और small cap 250 इंडेक्‍स की 8-9 फीसदी यील्‍ड का नतीजा है. जबकि लार्जर इंडेक्‍स निफ्टी 50 की यील्‍ड 2 फीसदी रही. 

स्‍मॉलकेस मैनेजर और FidelFolio Investments के फाउंडर किसलय उपाध्‍याय का कहना है, भारत में रिटेल निवेशक बीते 7 महीने से स्‍मॉल कैप और मिड कैप स्‍टॉक्‍स में लार्ज कैप के मुकाबले लगातार पैसा लगा रहे है. स्‍मॉल कैप कैटेगरी में लगातार 5वें महीने सभी कैटेगरी में सबसे ज्‍यादा इनफ्लो रहा. पिछले महीने सेक्‍टोरल फंड्स में भी सबसे ज्‍यादा निवेश आया. इक्विटी कैटेगरी में कुल इनफ्लो का 47 फीसदी अकेले स्‍मॉल कैप और सेक्‍टोरल फंड्स में हुआ है. ज्‍यादातर निवेशकों की रिस्‍क क्षमता ज्‍यादा हुई है. स्‍मॉल कैप लगातार निवेशकों की पसंद बने हुए हैं. फोलियो की संख्‍या के लिहाज से देखें, तो लगातार चौथे महीने में इसमें सबसे ज्‍यादा ग्रोथ रही. अगस्‍त में 6 फीसदी की ग्रोथ रही. 

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

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