Small Cap Funds पर भरोसा बरकरार; एक्सपर्ट से समझें कैसे चुनें स्मॉल कैप फंड, निवेश के लिए क्यों है अच्छा समय?
Small Cap Funds: स्मॉल कैप फंड्स को लेकर क्रेज बना हुआ है. अहम सवाल है कि क्या स्मॉल कैप फंड्स में निवेश का यह सही समय है. और निवेशक कैसे अपने लिए बेहतर फंड चुन सकते हैं. साथ ही किस तरह के जोखिम हो सकते हैं.
Small Cap Funds: म्यूचुअल फंड निवेशकों का इक्विटी फंड्स पर भरोसा बना हुआ है. इसमें स्मॉल कैप फंड्स को लेकर क्रेज बरकरार है. सितंबर में भी स्मॉल कैप फंड्स में इनफ्लो बना रहा और 2,678 करोड़ का निवेश आया. इक्विटी कैटेगरी में स्मॉल कैप फंड्स में लंबी अवधि में निवेशकों को अच्छा-खासा रिटर्न मिला है. मौजूदा समय में ग्लोबल सेंटीमेंट्स के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव है. ऐसे में अहम सवाल है कि क्या स्मॉल कैप फंड्स में निवेश का यह सही समय है. और निवेशक कैसे अपने लिए बेहतर फंड चुन सकते हैं. साथ ही किस तरह के जोखिम हो सकते हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, रिटेल निवेशकों का स्मॉल कैप फंड्स पर भरोसा बना हुआ है. इस कैटेगरी में सितंबर में 2,678.47 करोड़ का निवेश आया. जबकि, अगस्त 2023 में 4265 करोड़ का रिकॉर्ड इनफ्लो दर्ज किया गया था. दरअसल, स्मॉल-कैप फंड एक इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड स्कीम है, जो मुख्य रूप से स्मॉल-कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करती है.
Small Cap Funds: क्यों निवेश का अच्छा समय?
बड़ौदा बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के सीनियर फंड मैनेजर (इक्विटी) शिव चनानी का कहना है, हाल के कुछ सालों में स्मॉलकैप ने लार्जकैप से बेहतर प्रदर्शन किया है. पिछले 10 साल में, स्मॉलकैप ने लार्जकैप की तुलना में बड़े मार्जिन से आउटपरफॉर्म किया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लार्जकैप की तुलना में स्मॉलकैप के ज्यादा ग्रोथ ओरिएंटेड होने की उम्मीद है और उन्हें भारत में मजबूत आर्थिक विकास से लाभ हुआ है. आने वाले सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7-8% की दर से बढ़ने की उम्मीद है. यह ग्रोथ स्मॉलकैप के लिए बेहतर अवसर पैदा कर सकती है, क्योंकि वे अक्सर अर्थव्यवस्था के नए और उभरते क्षेत्रों में शामिल होते हैं.
उनका कहना है, स्मॉल-कैप फंड्स में हाई रिटर्न देने की क्षमता होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लार्ज-कैप कंपनियों की तुलना में स्मॉल-कैप कंपनियों में तेजी से ग्रोथ करने और बेहतर मुनाफा कमाने की उम्मीद होती है. यहां, यह भी जान लें कि म्यूचुअल फंड की दूसरी कैटेगरी के मुकाबले स्मॉल-कैप फंड में जोखिम ज्यादा होते हैं. दरअसल, स्मॉल-कैप कंपनियां लार्जकैप या मिडकैप कंपनियों की तुलना में अस्थिर होती हैं. बाजार में उतार-चढ़ाव के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं. जिसके चलते स्मॉल-कैप फंड हर तरह के निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प नहीं हैं.
Small Cap Funds: किसे करना चाहिए निवेश?
शिव चनानी कहते हैं, स्मॉल-कैप फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर ऑप्शन है, जो हाई रिटर्न की संभावना के बाजार के बदलते सेंटीमेंट्स में ज्यादा रिस्क लेने को तैयार हैं. जिन निवेशकों के पास निवेश का टारगेट लॉन्ग टर्म का है और वे स्मॉल-कैप कंपनियों की अस्थिरता के साथ सहज हैं, उन्हें इसमें निवेश करना चाहिए.
उनका कहना है, स्मॉल कैप फंड्स का चयन करते समय कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना चाहिए. पहला, पॉजिटिव रिटर्न जेनरेट करने के लंबे ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड की तलाश करें. दूसरा, यह सुनिश्चित करें कि फंड मैनेजमेंट अनुभव टीम कर रही है. तीसरा, यह जरूर देख लें कि फंड के निवेश का मकसद ऐसा हो जो आपके निवेश के टारगेट को पूरा करने के मुताबिक हो.
MF Sep'23 Data: कहां-कितना निवेश
AMFI के डाटा के मुताबिक, इक्विटी कैटेगरी में सितंबर 2023 के दौरान Sectoral/Thematic Funds में सबसे ज्यादा 3,146.85 करोड़ का निवेश आया. जबकि Small Cap Funds में 2,678.47 करोड़ का निवेश दर्ज किया गया. इसके बाद Multi Cap Fund में 2,234.52 करोड़, Mid Cap Fund में 2,000.88 करोड़, Flexi Cap Fund से 1,353.51 करोड़, Large & Mid Cap Fund में 1,334.19 करोड़, Value Fund/Contra Fund में 1,291.02 करोड़, Dividend Yield Fund में 254.62 करोड़ और Focused Fund से 48.94 करोड़ रुपये का निवेश आया. इसके अलावा, ELSS से 141.15 करोड़ और Large Cap Fund से 110.6 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला.
दूसरी ओर डेट कैटेगरी (Income/Debt Oriented Schemes) से सितंबर के दौरान 1,01,511.82 करोड़ से ज्यादा का आउटफ्लो देखने को मिला. सबसे ज्यादा 74,176.55 करोड़ की निकासी लिक्विड फंड (Liquid Fund) से देखने को मिली. Hybrid Schemes में पिछले महीने 18,650.45 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया है. ETF में 3,241.92 करोड़ रुपये और Index Funds में 1,682.36 करोड़ का का इनफ्लो हुआ है.
(डिस्क्लेमर: यहां फंड्स में निवेश संबंधी विचार एक्सपर्ट ने दिए हैं. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)