Mutual Fund SIP: दुनियाभर के बाजारों में उतार-चढ़ाव है. इसका असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है. मार्केट में उठापटक के बीच म्‍यूचुअल फंड एसआईपी (Mutual Fund SIP) पर निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नवंबर 2022 में रिकॉर्ड SIP इनफ्लो हुआ. रिटेल निवेशकों ने पिछले महीने रिकॉर्ड 13,306 करोड़ रुपये का निवेश एसआईपी के जरिए किया. एक्‍सपर्ट मानते हैं कि रिटेल निवेशकों को भारत की ग्रोथ स्‍टोरी पर भरोसा है. साथ ही अवेयरनेस बढ़ी है और उनका इन्‍वेस्‍टमेंट बिहैवियर समय के साथ ज्‍यादा मैच्‍योर हुआ है. SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि लंबी अवधि में वेल्‍थ क्रिएशन में यह काफी मददगार होता है. 

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एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, SIP के जरिए नवंबर 2022 में रिकॉर्ड निवेश आया. नवंबर में रिटेल निवेशकों ने 13,306.49 करोड़ का निवेश किया. जबकि अक्‍टूबर में SIP इनफ्लो 13,040.64 करोड़ और सितंबर में 12,976 करोड़ रुपये था. पिछले कुछ महीनों में मार्केट में महंगाई और ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी जैसे कई फैक्‍टर हावी रहे. बावजूद इसके छोटे निवेशकों का म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट में लगातार भरोसा बना हुआ है. रिटेल निवेशक SIP को लंबी अवधि में वेल्‍थ क्रिएशन के कारगर टूल के रूप में देख रहे हैं. 

BPN फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहना है कि रिटेल इन्‍वेस्‍टर्स का इन्‍वेस्‍टमेंट बिहैवियर समय के साथ-साथ मैच्‍योर हुआ है. वो इक्विटी के कैरेक्‍टर को समझ रहा है. मार्केट में उतार-चढ़ाव के साइकिल को अब वो समझ रहा है और इससे पैनिक नहीं हो रहा है. इसमें एक अहम बात यह भी है कि भारत की ग्रोथ स्‍टोरी पर उनका भरोसा बना हुआ है. 

निगम का कहना है कि SIP को लेकर निवेशकों में अवेयरनेस भी बढ़ी है. उनको अब ये समझ में आ रहा है कि बाजार में हमेशा अनिश्चितता नहीं रहने वाली है. ग्‍लोबल सेंटीमेंट के चलते यह शॉर्ट टर्म के लिए है. थोड़े समय बाद फिर से हालात बेहतर होंगे. ऐसे में रिटेल निवेशक अब मार्केट गिरने पर मौका तलाश रहा है. ग्‍लोबल लेवल पर अनिश्चितता के बावजूद पूरी दुनिया में ग्रोथ रेट देखें, तो भारत अभी भी आगे है. इसलिए रिटेल सेगमेंट में पैसा आ रहा है. आगे भी इक्विटी को लेकर रिटेल सेगमेंट का कंट्रीब्‍यूशन बना रहने की उम्‍मीद है.

SIP: 10 साल में बनाना है ₹1 करोड़ का फंड 

SIP Calculator के मुताबिक, अगर आप 10 साल में एसआईपी के जरिए 1 करोड़ का फंड बनाना चाहते हैं, तो आपको हर महीने 50 हजार रुपये निवेश करना होगा. म्‍यूचुअल फंड एसआईपी की ज्‍यादातर स्‍कीम्‍स का लंबी अवधि का रिटर्न औसतन 12 फीसदी सालाना है. इस तरह देखें, तो अगर आप 50 हजार की मंथली SIP करते हैं, तो 10 साल में 1.16 करोड़ का कॉपर्स बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश 60 लाख और अनुमानित वेल्‍थ गेन 56.16 लाख रुपये होगा.

SIP: 15 साल में बनाना है ₹1 करोड़ का फंड 

SIP Calculator के मुताबिक, अगर आप 15 साल में एसआईपी के जरिए 1 करोड़ का फंड बनाना चाहते हैं, तो आपको हर महीने 20 हजार रुपये निवेश करना होगा. अगर आप 20 हजार की मंथली SIP करते हैं और औसतन 12 फीसदी सालाना रिटर्न रहता है, तो 15 साल में 1.01 करोड़ का कॉपर्स बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश 36 लाख और अनुमानित वेल्‍थ गेन 64.91 लाख रुपये होगा.

SIP: 20 साल में बनाना है ₹1 करोड़ का फंड 

SIP Calculator के मुताबिक, अगर आप 20 साल में एसआईपी के जरिए 1 करोड़ का फंड बनाना चाहते हैं, तो आपको हर महीने 10 हजार रुपये निवेश करना होगा. अगर आप 10 हजार की मंथली SIP करते हैं और औसतन 12 फीसदी सालाना रिटर्न रहता है, तो 15 साल में 1 करोड़ का कॉपर्स बना सकते हैं. इसमें आपका निवेश 24 लाख और अनुमानित वेल्‍थ गेन करीब 76 लाख रुपये होगा.  

यहां यह ध्‍यान रखने वाली बात है कि म्‍यूचुअल फंड का‍ रिटर्न मार्केट या मार्केट लिंक्‍ड इन्‍स्‍ट्रूमेंट्स की परफॉर्मेंस पर तय होता है. ऐसे में अगर रिटर्न या कम या ज्‍यादा होता है, तो आपका अनुमानित वेल्‍थ गेन भी कम या ज्‍यादा हो सकता है. इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं होती है. 

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड संबंधी सलाह एक्‍सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें) 

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