SIP Calculator: जब कोई घर लेने या फ्लैट खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं तो आपको इसके बदले भारी-भरकर ब्याज चुकाना पड़ता है. हालांकि यह होम लोन कितने साल के लिए ले  रहे हैं, उस पर भी निर्भर करता है. अगर आप कम अवधि के लिए होम लोन लेते हैं तो आपको कम ब्याज चुकाना होता है और जितनी लंबी अवधि के लिए लेंगे, उतना ज्यादा ब्याज चुकाएंगे. लोन लेने वाले जब कैलकुलेट करने बैठते हैं तो उनको पता चलता है कि जितने का होम लोन (Home Loan) लिया है, करीब-करीब उतनी ही राशि ब्याज के तौर पर अलग से चुकाना होगा. ऐसे में आप इस चुकाए ब्याज की रिकलरी की प्लानिंग लोन लेते ही कर लें तो आप होम लोन खत्म होने तक ब्याज की पूरी वसूली कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी (SIP) के जरिये निवेश कर ऐसा किया जा सकता है. इसे हम यहां एसआईपी कैलकुलेटर की मदद से समझ सकते हैं.

SIP के जरिये ब्याज की वसूली

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मान लेते हैं आप आज 30 लाख रुपये का होम लोन 8.90 प्रतिशत  ब्याज दर पर 20 साल के लिए लेते हैं तो एसबीआई होम लोन कैलकुलेटर (SBI home loan calculator) के मुताबिक, लोन खत्म होने तक यानी 20वें साल आप कुल 64,31,794 रुपये चुकाते हैं. यानी आपका इसमें 30 लाख रुपये होम लोन अमाउंट है और आप इस पर 34,31,794 लाख रुपये ब्याज (Home Loan Interest) चुका देते हैं. यानी लोन अमाउंट से ज्यादा आप ब्याज चुका देते हैं. 

एचडीएफसी म्युचूअल फंड एसआईपी कैलकुलेटर (SIP Calculator) के मुताबिक, अगर आप अभी से बीस साल के लिए लिए गए 30 लाख रुपये का लोन लेते ही हर महीने 5000 रुपये की मंथली एसआईपी कराते हैं तो 20वें साल तक आप ब्याज की रकम से ज्यादा की वसूली कर सकते हैं.

होम लोन पर आप कितना देते हैं ब्याज

 मंथली SIP से रिकवर हो जाता है ब्याज

कैलकुलेशन के मुताबिक, अभी से पांच हजार रुपये हर महीने एसआईपी कराने पर औसतन 12 प्रतिशत रिटर्न के आधार पर 20वें साल आपके पास कुल 49,95,740 लाख रुपये होंगे. इसमें निवेश की गई राशि 12,00,000 रुपये होगी और कुल रिटर्न 37,95,740 रुपये मिलता है. यानी आप होम लोन पर ब्याज (Home Loan Interest) की रकम से ज्यादा रिटर्न एसआईपी के जरिये कर सकते हैं. 

SIP कैलकुलेशन में रिटर्न का फंडा

म्युचूअल फंड्स में एसआईपी के जरिये निवेश की गणना निवेशक की तरफ से चुने गए निवेश के तरीके के आधार पर किया जाता है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज की वेबसाइट के मुताबिक, ऐसे कैलकुलेशन में कंजरवेटिव इन्वेस्टर के 12.5% ​​सालाना की प्रीटैक्स दर पर मानी जाती है. मॉडरेट निवेशक के लिए यह 14.5% सालाना और एग्रेसिव इन्वेस्टर के लिए यह 17% सालाना माना जाता है. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

(डिस्क्लेमर: म्युचूअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन है और यहां किया गए कैलकुलेशन में रिटर्न की गारंटी नहीं है. निवेश के किसी भी फैसले पर अमल करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह जरूर लें)