10 साल में तैयार करना है ₹1 करोड़ का फंड? SIP कैलकुलेशन से समझें, एक्सपर्ट से जान लें रिस्क
SIP Calculator: अगर आपने 10 साल में 1 करोड़ रुपये का फंड बनाने का लक्ष्य रखा है, तो उसकी मंथली SIP कितनी होगी और किस तरह के रिस्क रहेंगे.
SIP Calculator: म्यूचुअल फंड में SIP एक ऐसा तरीका है, जो लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन में काफी मददगार होता है. रिटेल निवेशक SIP के जरिए जमकर पैसा लगा रहे हैं. अगस्त में एसआईपी के जरिए निवेश 15,814 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड टॉप पर पहुंच गया. यह लगातार दूसरा महीना रहा, जब SIP के जरिए 15 हजार करोड़ से ज्यादा का इनफ्लो आया. लंबी अवधि में बड़ा कॉपर्स बनाने में एसआईपी काफी बेहतर ऑप्शन है. जैसेकि, अगर किसी ने 10 साल में 1 करोड़ रुपये का फंड बनाने का लक्ष्य रखा है, तो उसकी मंथली SIP कितनी होगी और किस तरह के रिस्क रहेंगे.
SIP: 10 साल में 1 करोड़
निवेशक का लक्ष्य 10 साल में 1 करोड़ का फंड बनाना है. SIP Calculator अगर वह हर महीने 45,000 रुपये की SIP करता है, तो 10 साल में 1 करोड़ का फंड (1,04,55,258) आसानी से बन सकता है. इक्विटी फंड्स में लंबी अवधि में औसत सालाना रिटर्न 12 फीसदी रहता है. यानी, 10 साल की निवेश की अवधि के दौरान आपका सालाना औसत रिटर्न 12 फीसदी रहता है. अगर औसत रिटर्न कम या ज्यादा रहता है, तो आपका अनुमानित कॉर्पस कम या ज्यादा हो सकता है.
SIP: समझ लें रिस्क
BPN फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है, SIP निवेश का एक सिस्टमेटिक तरीका है. लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन में यह मददगार होता है. हालांकि, निवेशक को यह समझ लेना चाहिए कि SIP में बाजार का रिस्क रहता है. अगर बाजार की परफॉर्मेंस कम होती है, तो एसआईपी रिटर्न भी प्रभावित हो सकता है. यहां एक बात और समझने की जरूरत है कि कभी भी स्कीम में SIP का बीते सालों का रिटर्न, उसके भविष्य की रिटर्न की गारंटी नहीं होती है.
उनका कहना है, SIP निवेशकों को समय-समय पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करने की सलाह दी जाती है. निवेशक को अपनी इनकम, टारगेट और रिस्क प्रोफाइल देखकर निवेश का फैसला करना चाहिए. इसमें SIP में खासियत यह है कि महज 100 रुपये मंथली से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इसके जरिए आप निवेश की आदत, रिस्क और उस पर मिलने वाले रिटर्न का आकलन आसानी से जान और समझ सकते हैं.
SIP इनफ्लो ऑल टाइम हाई पर
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में SIP के जरिए 15,814 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ है. जबकि जुलाई में एसआईपी इनफ्लो 15,243 करोड़ रुपये था. इस तरह लगातार दूसरे महीने एसआईपी के जरिए 15 हजार करोड़ से ज्यादा का इनफ्लो देखने को मिला. इक्विटी कैटेगरी की बात करें, तो इस साल अब तक का सबसे ज्यादा 20,245.26 करोड़ का इनफ्लो अगस्त में देखने को मिला है. इससे पहले जुलाई 2023 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 7,505 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ था.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन हैं. यहां निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले स्वयं पड़ताल कर लें या अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
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