SIP को ये 5 फीचर बनाते हैं खास, निवेशक जमकर लगा रहे पैसा; जानिए एक्सपर्ट की राय
Mutual Fund SIP: एसआईपी में लंबी अवधि का नजरिया लेकर चला जाए, तो कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा होता है. उनका कहना है कि SIP में कुछ खास बातें हैं, जो इसे आम निवेशकों के बीच ज्यादा पॉपुलर बना रहा है.
Mutual Fund SIP: शेयर बाजार ने इस महीने नया रिकॉर्ड बनाया. बाजार में जारी इस बुल रन में म्यूचुअल फंड्स निवेशक भी जमकर पैसा लगा रहे हैं. खासकर रिटेल निवेशकों की ओर से ताबड़तोड़ खरीदारी जारी है. इसका असर SIP निवेश पर दिखाई दिया. SIP इनफ्लो ने नया रिकॉर्ड बनाया है. नवंबर महीने में SIP के जरिए कुल 17703 करोड़ रुपये का निवेश आया. पहली बार SIP का आंकड़ा 17 हजार करोड़ के पार पहुंचा है. लंबी अवधि में बड़ा कॉपर्स तैयार करने के लिए SIP एक अच्छा ऑप्शन है.
बीपीएन फिनकैप के डायरेक्ट एके निगम का कहना है, निवेशक SIP की पावर समझ गए हैं. वे बाजार और निवेश को लेकर पहले से ज्यादा मैच्योर हैं. भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा मजबूत हुआ है. SIP में रिकॉर्ड इनफ्लो के पीछे यह एक बड़ी वजह है. एसआईपी में लंबी अवधि का नजरिया लेकर चला जाए, तो कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा होता है. उनका कहना है कि SIP में कुछ खास बातें हैं, जो इसे आम निवेशकों के बीच ज्यादा पॉपुलर बना रहा है. उन्होंने SIP की ऐसी 5 खासियतें बताईं, जो इसे ज्यादा आकर्षक बना रही हैं.
SIP के 5 खास फीचर
आसान निवेश
SIP की पहली खास बात निवेश की सहूलियत है. निवेशक 500 रुपये से मंथली से भी निवेश कर सकते हैं. कुछ स्कीम्स में 100 रुपये और 150 रुपये से भी SIP की सुविधा है. आपको इसमें निवेश के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है.
मल्टीपल SIP की सुविधा
दूसरी बात निवेशक एक साथ कई SIP शुरू कर सकते हैं. यानी, अपने अपनी रकम को अलग-अलग कैटेगरी में एक साथ निवेश कर सकते हैं. मल्टीपल SIP की सुविधा से निवेशकों को पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करने का मौका मिलता है.
निकासी आसान
SIP में निवेशकों को जरूरत पर पैसे निकालने की सुविधा मिलती है. किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में निवेशक SIP से विद्ड्रॉ कर सकते हैं. हालांकि निकासी को लेकर कुछ नियम है. इसमें एक्जिट लोड जैसी बातों पर ध्यान देना होता है.
मौजूदा SIP में भी एकमुश्त निवेश
SIP में एक अच्छी बात यह है कि अगर आपके पास कहीं से बड़ी रकम आ जाए, तो आप अपनी मौजूदा SIP में एकमुश्त निवेश भी कर सकते हैं.
टैक्स की बचत
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स (ELSS) में SIP करने वाले निवेशकों को सेक्शन 80सी के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का फायदा मिलता है. हालांकि, इसमें 3 साल का लॉक-इन होता है. ELSS में 3 साल से पहले निकासी नहीं की जा सकती है.
SIP ने बनाया नया रिकॉर्ड
SIP ने नया रिकॉर्ड बनाया है. नवंबर महीने में SIP के जरिए कुल 17703 करोड़ रुपये का निवेश किया गया. पहली बार एसआईपी का आंकड़ा 17 हजार करोड़ के पार पहुंचा है. अक्टूबर महीने का यह आंकड़ा 16928 करोड़ रुपये था. सितंबर महीने में यह आंकड़ा 16,042 करोड़ रुपए था. अगस्त महीने में SIP की मदद से कुल 15814 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)