SIP से 50 की उम्र तक बनाना है ₹10 करोड़ का फंड? समझिये ये आसान कैलकुलेशन
Power of SIP: एक्सपर्ट मानते हैं कि लंबे समय तक SIP जारी रखने से अच्छा खासा फंड तैयार हो सकता है. इसमें कम्पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कॉस्ट एवेजिंग का भी फायदा होता है.
Power of SIP: म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए रिटेल निवेशक लगातार निवेश कर रहे हैं. जुलाई में SIP के जरिए रिकॉर्ड 23,332 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया. एक्सपर्ट मानते हैं कि लंबे समय तक SIP जारी रखने से अच्छा खासा फंड तैयार हो सकता है. इसमें कम्पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कॉस्ट एवेजिंग का भी फायदा होता है. अगर आप SIP के जरिए कम समय में फाइनेंशियल गोल हासिल करना चाहते हैं, तो स्टेप-अप एसआईपी (Step-Up SIP) का ऑप्शन काफी मददगार हो सकता है.
SIP से अगर आप अगले 25 साल में 10 करोड़ का फंड बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं तो स्टेप-अप एसआईपी के जरिए यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकता है.
SIP: 25 साल में 10 करोड़
मान लीजिए आपकी उम्र 25 साल है. आपने हर महीने 25,000 रुपये की SIP शुरू की और हर साल इसमें 10 फीसदी स्टेप-अप करते हैं. Step Up SIP Calculator के मुताबिक, हर साल 12 फीसदी औसत रिटर्न मिलता है, तो अगले 25 साल यानी 50 की उम्र में आप करीब 10.68 करोड़ रुपये (10,68,88,653) का फंड आसानी से बन सकता है. इसमें आपका निवेश 2,95,04,118 रुपये और अनुमानित कैपिटल गेन 7,73,84,535 रुपये होगा.
BPN फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है, SIP लॉन्ग टर्म में बड़ा कॉपर्स बनाने का एक बेहतर ऑप्शन है. इसमें निवेशकों को कम्पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कास्ट एवरेजिंग का फायदा होता है. SIP निवेशकों को सलाह है कि इनकम बढ़ने के साथ-साथ उन्हें निवेश की रकम भी हर साल बढ़ानी चाहिए. साथ ही हर साल अपने निवेश की समीक्षा करनी चाहिए.
उनका कहना है, SIP को स्टेप-अप करना चाहिए. SIP करते समय भी आप स्टेप-अप का ऑप्शन ले सकते हैं. हालांकि, यह जान लें कि किसी भी फंड का पिछला रिटर्न भविष्य में रिटर्न की गारंटी नहीं होता है. इसलिए निवेशकों को अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर निवेश का फैसला करना चाहिए.
SIP से रिकॉर्ड इनफ्लो
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2024 में SIP के जरिए 23,332 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड इनफ्लो हुआ. इससे पहले जून में SIP के जरिए निवेशकों ने 21,262 करोड़ रुपये का निवेश किया था. वहीं, SIP का एसेट अंडर मैनजमेंट (AUM) 12.43 लाख करोड़ से बढ़कर 13.10 लाख करोड़ रुपये हो गया. जुलाई में डेट, इक्विटी और हाइब्रिड तीनों कैटेगरी में जमकर निवेश हुआ.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां एक कैलकुलेशन दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं हैं. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)