Mutual Funds Regular Income Portfolio: दुनियाभर के बाजारों में उतार-चढ़ाव के बाद म्‍यूचुअल फंड्स पर निवेशकों को भरोसा बना हुआ है. एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, मई 2023 में इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में 3,240.30 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया. म्‍यूचुअल फंड्स हाउस के जरिए रेगुलर इनकम की भी प्‍लानिंग कर सकते हैं. इसमें यहां जानना-समझना जरूरी है कि किस कैटेगरी के फंड्स में कितना निवेश करना है, यह भी काफी अहम है. ब्रोकरेज हाउस शेयरखान (Sharekhan) ने रेगुलर इनकम बॉस्‍केट के लिए मॉडल पोर्टफोलियो बनाया है. जिसमें फंड्स के साथ-साथ किस कैटेगरी में कहां कितना एक्‍सपोजर लेना है, इसकी डीटेल दी है. रेगुलर इनकम के लिए रिपोर्ट के हवाले से शेयरखान के मॉडल पोर्टफोलियो को समझते हैं.

रेगुलर इनकम पोर्टफोलियो के फंड्स

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ब्रोकरेज की रिपेार्ट के मुताबिक, रेगुलर इनकम बास्‍केट (Regular Income Basket) में डायनेमिक एसेट एलोकेशन और इक्विटी सेविंग्‍स स्‍कीम्‍स शामिल हैं. इसमें डायनेमिक में कुल अमाउंट का 70 फीसदी और इक्विटी सेविंग्‍स कैटेगरी में 30 फीसदी निवेश करना है. इस मॉडल पोर्टफोलियो में निवेश की अवधि 5 साल से ज्‍यादा रखनी है. साथ ही इसमें हर 12 महीने पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी है. रेगुलर इनकम वाले निवेशकों से मतलब है जो एकमुश्‍त अमाउंट निवेश कर हैं और निवेश से रेगुलर इनकम चाहते हैं. इसमें वे बाजार का कुछ रिस्‍क उठाने के लिए तैयार हैं.

Sharekhan Mutual Fund Portfolios 

मई 2023 में किस कैटेगरी में कितना निवेश

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, मई महीने में इक्विटी फंड्स में कुल 3240 करोड़ रुपये का इन्फ्लो आया, जबकि अप्रैल में यह आंकड़ा 6480 करोड़ रुपये का था. पिछले महीने स्मॉलकैप फंड में सबसे ज्यादा 3282 करोड़ रुपये का इन्फ्लो दर्ज किया गया. इक्विटी कैटिगरी में सबसे ज्यादा लार्ज कैप फंड्स से 1362 करोड़ रुपये की निकासी की गई. डेट फंड्स में नेट आधार पर 45959 करोड़ रुपये का निवेश किया गया जो अप्रैल में 106677 करोड़ रुपये का था. 

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला ने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

 

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