Mutual Funds Investment: निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड्स तेजी से पॉप्युलर हो रहा है. रीटेल निवेशक SIP के जरिए बाजार में निवेश पर फोकस कर रहे हैं. भारतीय बाजार पर दुनियाभर के निवेशकों का भरोसा है. जानकारों का ऐसा मानना है कि अगले 5-10-15 सालों में यह अच्छा वेल्थ क्रिएट कर सकता है. अप्रैल महीने में निफ्टी में 4.1 फीसदी और सेंसेक्स में 3.6 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. अगर आपने अभी तक म्यूचुअल फंड मे निवेश की शुरुआत नहीं की है और अपने लिए पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं तो शेयरखान ने अग्रेसिव निवेशकों के लिए मॉडल पोर्टफोलियो तैयार किया है.

किस तरह अलग-अलग फंड कैटिगरी में करना है निवेश

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Mutual Funds Model Portfolio के तहत अग्रेसिव निवेशक 100 फीसदी इक्विटी में निवेश करते हैं.  कम से कम 5 सालों के लिए निवेश करने की सलाह है. हर छह महीने पर पोर्टफोलियो रिव्यू करें. 40 फीसदी लार्जकैप म्यूचुअल फंड्स में, 30 फीसदी मिड एंड स्मॉलकैप और 30 फीसदी फ्लेक्सी कैप फंड्स में निवेश की सलाह है. 

हाई रिस्क टेकर्स के लिए

ब्रोकरेज ने अलग-अलग कैटिगरी के लिए इन फंड्स को चुना है. बता दें कि अग्रेसिव निवेशक हाई रिस्क टेकर होते हैं. उनका मकसद लॉन्ग टर्म में अपने लक्ष्य को पाना होता है. उनका लक्ष्य मैक्सिमम रिटर्न गेन करना होता है. वे बाजार की वोलाटिलिटी से बहुत ज्यादा घबराते नहीं हैं.

Large Cap Funds

1>>Kotak Bluechip Fund

2>>ICICI Prudential Bluechip Fund

Midcap Funds

1>>Kotak Emerging Equity Fund

2>>SBI Magnum Mid Cap Fund

3>>Mirae Asset Mid Cap Fund

Small Cap Funds

1>>ICICI Prudential SmallCap Fund

2>>Nippon India Small Cap Fund

Flexi Cap Funds

1>>HDFC FlexiCap Fund

2>>Canara Robeco Flexi Cap Fund

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. इसमें पिछले प्रदर्शन को भविष्य में मिलने वाले रिटर्न का पैमाना नहीं माना जा सकता है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)