Mutual Funs SIP: म्‍यूचुअल फंड में SIP का क्रेज निवेशकों के सिर चढ़कर बोल रहा है. जुलाई में एसआईपी निवेश पहली बार 23,000 करोड़ के पार चला गया. एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2024 में SIP के जरिए 23,332 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड इनफ्लो हुआ.

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एक्‍सपर्ट मानते हैं क‍ि SIP में छोटे-छोटे निवेश से लंबी अवधि में अच्‍छा खासा फंड बनाया जा सकता है. लंबी अवधि की SIP में कम्‍पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कॉस्‍ट एवेजिंग का भी फायदा होता है. अगर आप SIP के जरिए जल्‍द ही अपना फाइनेंशियल गोल हासिल करना चाहते हैं, तो स्‍टेप-अप एसआईपी (Step-Up SIP) का ऑप्‍शन काफी मददगार हो सकता है. स्‍टेप-अप एसआईपी के जरिए आपका अनुमानित कॉपर्स डबल हो सकता है. 

30 साल की उम्र में शुरू की SIP 

मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है. आपने हर महीने रेगुलर SIP में 10,000 रुपये का निवेश शुरू किया. आपने 50 साल की उम्र तक 1 करोड़ कॉपर्स बनाने का लक्ष्‍य लेकर यह निवेश शुरू किया. SIP Calculator के मुताबिक, 10,000  मंथली SIP अगले 20 साल करते हैं, तो 12 फीसदी CAGR से मैच्‍योरिटी पर 1 करोड़ रुपये (99,91,479) का कॉपर्स बन जाएगा. इसमें आपका निवेश 24,00,000 रुपये और अनुमानित कैपिटल गेन 75,91,479 रुपये होगा. 

30 साल की उम्र में Step-Up SIP 

मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है. आपने हर महीने रेगुलर SIP में 10,000 रुपये का निवेश शुरू किया और हर साल एसआईपी में 10 फीसदी स्‍टेप-अप करते हैं. SIP Calculator के मुताबिक, 10,000  मंथली SIP अगले 20 साल करते हैं और 10 फीसदी स्‍टेप-अप करते हैं, तो 12 फीसदी CAGR से मैच्‍योरिटी पर करीब 2 करोड़ रुपये (1,98,88,715) का कॉपर्स बन जाएगा. इसमें आपका निवेश 68,73,000 रुपये और अनुमानित कैपिटल गेन 1,30,15,716 रुपये होगा.  जबकि महज 16 साल में आप 1,03,20,256 रुपये का फंड बना सकते हैं.  जिसमें आपका निवेश 43,13,968 रुपये और अनुमानित कैपिटल गेन 60,06,289 रुपये होगा.

अब यहां कैलकुलेशन से समझ सकते हैं, क‍ि 10 फीसदी स्‍टेप-अप से आपका अनुमानित कॉपर्स लगभग डबल हो सकता है. यानी, अगर 50 साल की उम्र में करोड़पति बनने का लक्ष्‍य लेकर चल रहे हैं तो रेगुलर SIP से 20 साल लग सकते हैं. जबक‍ि स्‍टेप-अप SIP से आप यह लक्ष्‍य करीब 16 साल हासिल हो जाएगा.  

BPN फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहना है, इनकम बढ़ने के साथ महंगाई दर में इजाफा होता है. इसलिए इनकम बढ़ने के अनुपात में निवेश की रकम भी बढ़ानी चाहिए. इससे कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा होगा. इसलिए हर साल अपने निवेश की समीक्षा करनी चाहिए. साथ ही SIP को स्‍टेप-अप करना चाहिए. SIP करते समय भी आप स्‍टेप-अप का ऑप्‍शन ले सकते हैं.

SIP से रिकॉर्ड इनफ्लो

एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2024 में SIP के जरिए  23,332 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड इनफ्लो हुआ. इससे पहले जून में  SIP के जरिए निवेशकों ने 21,262 करोड़ रुपये का निवेश किया था. वहीं, SIP का एसेट अंडर मैनजमेंट (AUM) 12.43 लाख करोड़ से बढ़कर 13.10 लाख करोड़ रुपये हो गया. जुलाई में डेट, इक्विटी और हाइब्रिड तीनों कैटेगरी में जमकर निवेश हुआ. 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां एक कैलकुलेशन दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं हैं. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)