कमाई का शानदार मौका! नई स्कीम में बनेगा तगड़ा पैसा, सिर्फ ₹500 से शुरू कर सकते हैं निवेश; जानें डीटेल
Mutual Fund NFO: म्यूचुअल फंड हाउस ABSL म्यूचुअल फंड (Aditya Birla Sun Life Mutual Fund) हाइब्रिड सेगमेंट में एक नई स्कीम ABSL मल्टी एसेट एलोकेशन फंड (Aditya Birla Sun Life Multi Asset Allocation Fund) लेकर आया है.
Mutual Fund NFO: म्यूचुअल फंड हाउस ABSL म्यूचुअल फंड (Aditya Birla Sun Life Mutual Fund) हाइब्रिड सेगमेंट में एक नई स्कीम ABSL मल्टी एसेट एलोकेशन फंड (Aditya Birla Sun Life Multi Asset Allocation Fund) लेकर आया है. स्कीम का मकसद इक्विटी, डेट, कमोडिटीज, REITs & InvITs यूनिट्स में निवेश के जरिए लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन है. यह एक ओपन-एंडेड स्कीम है. यानी, इसमें निवेशक जब चाहे पैसा निकाल सकता है. यह NFO 11 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. 25 जनवरी 2023 को एनएफओ बंद होगा.
₹500 से शुरू कर सकते हैं निवेश
ABSL म्यूचुअल फंड के मुताबिक, ABSL मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में एकमुश्त मिनिमम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश कर सकते हैं. यह एक हाइब्रिड स्कीम है. इस ओपन-एंडेड स्कीम में अलाटमेंट की तारीख से 365 दिन के भीतर रिडीम करने या बाहर निकलने पर 1 फीसदी एग्जिट लोड है. इसका बेंचमार्क इंडेक्स S&P BSE 200 (65), CRISIL Short-Term Bond Index (25), Domestic Price of Gold (5), Domestic Price of Silver (5) है.
किसे करना चाहिए निवेश
म्यूचुअल फंड हाउस का कहना है कि ऐसे निवेशक जो लंबी अवधि में कैपिटल एप्रिसिएशन चाहते हैं, उनके लिए अच्छा ऑप्शन है. इस हाइब्रिड स्कीम का मकसद निवेशकों के लिए इक्विटी और इक्विटी रिलेटेड सिक्युरिटीज, डेट एंड मनी मार्केट इन्स्ट्रूमेंट्स और कमोडिटीज में निवेश के जरिए लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएट करना है. हालांकि, स्कीम के अंतर्गत इसकी कोई गारंटी नहीं है.
दरअसल, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड एक से ज्यादा एसेट क्लास में निवेश करते हैं. इनमें इक्विटी और डेट एसेट शामिल हैं. कई बार ये स्कीमें सोने में भी पैसा लगाती हैं. यानी, एक ही प्रोडक्ट में इक्विटी, डेट और सोने में पैसा लगाने का मौका मिलता है. इस तरह इनका निवेश काफी डायवर्सिफाइड होता है. इसका फायदा यह है कि अगर इक्विटी में रिटर्न बिगड़ता है तो डेट या सोने का रिटर्न ओवरआल रिटर्न बैलेंस कर सकता है. उसी तरह से डेट या सोने में रिटर्न कमजोर पड़े तो इक्विटी का रिटर्न इसे बैलेंस कर देता है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
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