Mutual Fund: लंबी अवधि में बनाना है बड़ा फंड? किन स्कीम्स में करना चाहिए निवेश
Mutual Fund Long Term Investment Strategy: एक्सपर्ट मानते हैं कि म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म ग्रोथ हासिल करने के लिए सही फंड/स्कीम में पैसा लगाना जरूरी है. इसलिए अपने लक्ष्यों को देखते हुए सही स्कीम चुनना बहुत जरूरी है.
Mutual Fund Long Term Investment Strategy: म्यूचुअल फंड निवेश को लेकर पिछले कुछ सालों में निवेशकों का रुझान काफी तेजी से बढ़ा है. लंबी अवधि के लक्ष्य के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश पर कम्पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा निवेशकों को होता है. म्यूचुअल फंड की खासियत यह है कि आप एकमुश्त निवेश के अलावा SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए मंथली निवेश भी कर सकते हैं. अगर लंबी अवधि में अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म ग्रोथ हासिल करने के लिए सही फंड/स्कीम में पैसा लगाना जरूरी है. इसलिए अपने लक्ष्यों को देखते हुए सही स्कीम चुनना बहुत जरूरी है.
कहां निवेश करना बेहतर?
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (EAML) के हेड (सेल्स) दीपक जैन का कहना है, ''मेरा मानना है कि किसी भी लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए डायवर्सिफाइड फंड जैसेकि लॉर्ज एंड मिडकैप या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स बेहतर हैं. इसके अलावा, यूएस टेक, आसियान या ग्रेटर चाइना जैसे कुछ इंटरनेशनल फंड्स में निवेश करने का यह बुरा समय नहीं हैं.''
एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (ARIA) के वाइस-चेयरमैन विशाल धवन कहते हैं, जब भी लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड स्कीम्स की बात आती है, तो एक पैसिव इंडेक्स फंड्स और भारतीय स्माल कैप फंड्स के के बेहतर कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करना चाहिए. उनका कहना है, लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न के लिए म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में निफ्टी 50 और S&P 500/MSCI वर्ल्ड इंडेक्स आधारित पैसिव इंडैक्स फंड और भारतीय स्माल कैप फंड्स (10 फीसदी) का कॉम्बिनेशन रखना चाहिए. ये सभी निवेश STPs/SIPs के जरिए करना चाहिए, जिससे कि रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिल सके.
लगातार 18वें महीने रहा इनफ्लो
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, अगस्त महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड में महज 6,120 करोड़ रुपये का निवेश आया था, जो पिछले 10 महीने में सबसे कम रहा. हालांकि, बाजार में भारी उठापटक के बावजूद इक्विटी म्यूचुअल फंड में पॉजिटिव इनफ्लो लगातार 18वें महीने बना रहा. डेटा के मुताबिक, अगस्त में इक्विटी फंड में 6,120 करोड़, जुलाई में 8,898 करोड़ और जून में 18,529 करोड़ का निवेश आया था. मई में यह आंकड़ा 15,890 करोड़ का रहा था.
दूसरी ओर, इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी के बीच डेट फंड के निवेश में भारी उछाल आया है. अगस्त महीने में डेट म्यूचुअल फंड में 49164 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो जुलाई में 4930 करोड़ रुपये के निवेश से काफी अधिक है. कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने जुलाई में 23,605 करोड़ रुपये के मुकाबले अगस्त में 65,077 करोड़ रुपए का नेट इनफ्लो दर्ज किया.
Amfi के डेटा के मुताबिक, अगस्त में SIP अकाउंट्स की संख्या 5.71 करोड़ के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई और 12,693.45 करोड़ रुपये का निवेश आया. SIP AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) ऑलटाइम हाई पर है और यह 6.39 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर जा पहुंचा है. अगस्त 2022 में 21.13 लाख नए SIP अकाउंट्स रजिस्टर हुए.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश संबंधी सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)