Mutual Fund Investment: इंडियन इकोनॉमी और भारतीय शेयर बाजार पर दुनिया का भरोसा है. माना जा रहा है कि इस साल भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया मे सबसे तेजी से विकास करेगी. वित्त वर्ष 2022-23 में शेयर बाजार रिसाइलेंट रहा, लेकिन अपने पीयर्स के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया. जाहिर है कि जब इकोनॉमी और बाजार का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है तो निवेशकों के लिए यह बड़ा मौका है. रीटेल निवेशकों को म्यूचुअल फंड के जरिए शेयर बाजार में निवेश की सलाह दी जाती है. शेयरखान ने मॉडरेट रिस्क उठाने वाले इन्वेस्टर्स के लिए एक पोर्टफोलियो तैयार किया है.

FD से बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं

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ब्रोकरेज ने कहा कि मॉडरेट इन्वेस्टर्स वे होते हैं जो ऐवरेज रिस्क उठाना पसंद करते हैं. लॉन्ग टर्म में इनका फोकस फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले बेहतर रिटर्न पाने की होती है. अगर शॉर्ट टर्म में इन्हें मनोवांछित रिटर्न नहीं मिलता है तो भी ये लॉन्ग टर्म के लिए इंतजार करते हैं. ऐसे निवेशकों को लार्जकैप में 40  फीसदी, डयनामिक बॉन्ड में 40 फीसदी और मिड एंड स्मॉलकैप में 20 फीसदी निवेश की सलाह दी गई है. ये इनके लिए एक MODEL PORTFOLIO की तरह है.

कम से कम 3 साल के लिए करें निवेश

ऐसे निवेशकों के लिए जो MUTUAL FUND MODEL PORTFOLIOS तैयार किया गया है उनमें कम से कम 3 साल के लिए निवेश की सलाह दी गई है. हर साल पोर्टफोलियो को रिव्यू भी करना है और जरूरत पड़ने पर बदलाव किए जा सकते हैं.

ब्रोकरेज ने इन 7 फंड्स को चुना है

1>>ब्रोकरेज ने लार्जकैप में ICICI Prudential Bluechip Fund को चुना है.

2>>मिडकैप में SBI Magnum Mid Cap Fund और Mirae Asset Mid Cap Fund को चुना गया है.

3>>स्मॉलकैप में ICICI Prudential SmallCap Fund और Nippon India Small Cap Fund को चुना गया है.

4>>डायनामिक बॉन्ड और क्रेडिट अपॉर्च्युनिटी कैटिगरी के तहत ICICI Prudential All Seasons Bond Fund और HDFC Credit Risk Debt Fund को चुना गया है.

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. इसमें पिछले प्रदर्शन को भविष्य में मिलने वाले रिटर्न का पैमाना नहीं माना जा सकता है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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