Large Cap Funds से निवेशक क्यों निकाल रहे हैं पैसा? दिसंबर में भी हुआ आउटफ्लो, आगे क्या हो स्ट्रैटजी
Large Cap Funds: AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने लॉर्ज कैप फंड्स में 26 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला. एक्सपर्ट का मानना है कि इस साल करेक्शन की आशंका को देखते हुए निवेशकों ने लॉर्ज कैप से पैसे निकाले हैं. या यूं कहें कि मुनाफावसूली की है.
Large Cap Funds: ग्लोबल और घरेलू बाजारों में अनिश्चितता के बावजूद भारतीय बाजारों में म्यूचुअल फंड्स निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है. खासकर इक्विटी फंड्स की बात करें, तो दिसंबर 2022 में 7,303 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखने को मिला. लेकिन, लॉर्ज कैप फंड्स में लगातार दूसरे महीने आउटफ्लो हुआ. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने लॉर्ज कैप फंड्स में 26 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला. एक्सपर्ट का मानना है कि मार्केट में करेक्शन की आशंका को देखते हुए निवेशकों ने लॉर्ज कैप से पैसे निकाले हैं. या, यूं कहें कि मुनाफावसूली की है. हालांकि, आगे इनमें दोबारा तेजी की उम्मीद है.
Large Cap फंड्स में क्यों हुआ आउटफ्लो
AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2022 में लगातार दूसरे महीने लॉर्ज कैप फंड्स से आउटफ्लो देखने को मिला. नंवबर 2022 में निवेशकों ने 1,038.84 करोड़ और पिछले महीने 26.37 करोड़ का आउटफ्लो देखने को मिला.
BNP फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि बाजार में वॉलेटिलिटी है. 2023 में लोगों को बाजार में करेक्शन की आशंका है. ऐसे में लॉर्ज कैप फंड्स से निवेशकों ने पैसे निकाले हैं. उन्होंने एक तरह से मुनाफावसूली की है. लेकिन, लॉर्ज कैप के निवेशक बाद में दोबारा से एंट्री करेंगे. दरअसल, लॉर्ज कैप में ज्यादातर पुराने निवेशक हैं. जबकि, नए निवेशकों या नई उम्र के निवेशक मिड कैप के जोखिम को उठाने की क्षमता दिखा रहे हैं. इसलिए मिडकैप में निवेश आ रहा है.
उनका कहना है कि लॉर्ज कैप निवेशक अन्य दूसरी कैटेगरी के मुकाबले थोड़ा कन्जर्वेटिव होते हैं, इसलिए उन्हें जब मुनाफा दिखा तो उन्होंने उसे निकालना बेहतर समझा. दूसरी एक अहम वजह यह भी है कि ज्यादातर एक्टिव लॉर्ज कैप फंड्स की परफॉर्मेंस लॉर्ज कैप इंडेक्स फंड्स से बेहतर नहीं रही. इसलिए लॉर्ज कैप में निवेश करने वाले निवेशकों ने इंडेक्स फंड्स और ETFs का रुख किया.
Large Cap में कैसे आगे क्या करें?
एके निगम का कहना है कि लॉर्ज कैप में निवेशकों को बने रहना चाहिए. अगर उनके पास सरप्लस पैसा है, तो गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह है. बाजार गिरने पर एकमुश्त निवेश की बाजाय थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना बेहतर है.
उनका कहना है, लॉर्ज कैप फंड्स का एडवांटेज यह है कि इनमें स्टैबिलिटी ज्यादा होती है. हालांकि, रिटर्न कम रहता है. इक्विटी फंड्स में लो रिस्क वाले निवेशकों के लिए लॉर्ज कैप फंड्स हैं. जिन लोगों खासकर यंग निवेशकों जिनकी रिस्क उठाने की क्षमता ज्यादा है, उन्हें लॉर्ज एंड मिड कैप फंड्स के साथ जा सकते हैं. वहीं, जो निवेशक स्टैबिलिटी के साथ एक कन्सिस्टेंट रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए लॉर्ज कैप अच्छा ऑप्शन है.
दिसंबर 2022 में रिकॉर्ड SIP इनफ्लो
AMFI की तरफ से दिसंबर महीने का डेटा के मुताबिक, निवेशकों का SIP पर भरोसा मजबूत बना हुआ है. इसके चलते निवेश का आंकड़ा नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. दिसंबर महीने में निवेशकों ने SIP की मदद से रिकॉर्ड 13,573 करोड़ का निवेश किया है. नवंबर महीने में यह आंकड़ा 13307 करोड़ का रहा था. टोटल असेट अंडर मैनेजमेंट 40 लाख करोड़ से घट गया है. नवंबर के मुकाबले इसमें 50 हजार करोड़ की कमी आई है.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड संबंधी सलाह एक्सपर्ट द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें)
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