Microcap Mutual Funds: म्यूचुअल फंड शेयर बाजार में निवेश का एक शानदार माध्यम बन गया है. निवेशक हर महीने हजारों करोड़ रुपए SIP की मदद से बाजार में डाल रहे हैं. शेयर बाजार इस समय ऑल टाइम हाई पर है. मिडकैप और स्मॉलकैप फंड्स के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है. इन फंड्स पर रिटर्न ज्यादा ज्यादा है, उससे कहीं ज्यादा रिस्क भी शामिल होता है. रिस्क लेने वाले निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड की एक और कैटिगरी आई है जिसे माइक्रोकैप फंड (Microcap Funds) कहते हैं.

Microcap Mutual Funds क्या है?

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शेयर बाजार की टॉप-500 कंपनियां लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप कैटिगरी में आती हैं. उसके बाद 250 कंपनियां माइक्रोकैप कैटिगरी (Microcap Companies) में आती हैं. इन कंपनियों का मार्केट कैप 500 करोड़ रुपए तक होता है. जिन फंड्स का पैसा इन कंपनियों में लगता है, उसे माइक्रोकैप म्यूचुअल फंड (Microcap Mutual Funds) कहते हैं. इन कंपनियों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है, क्योंकि कंपनियों ग्रोथ के शुरुआती स्टेज में होती हैं. जिन निवेशकों को रिस्क से इश्क है, उनके लिए यह एक विकल्प हो सकता है. यहां मिलने वाला रिटर्न स्मॉलकैप से भी ज्यादा होता है.

3 सालों का औसत रिटर्न 58%

अलग-अलग कैटिगरी के रिटर्न की बात करें तो बीते तीन सालों में निफ्टी माइक्रोकैप इंडेक्स (Nifty Microcap 250)ने सालाना आधार पर 58 फीसदी का औसत रिटर्न दिया है. वहीं, निफ्टी (Nifty 50) का तीन साल का सालाना औसत रिटर्न 26 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स (Nifty Smallcap 250) का रिटर्न 42.2 फीसदी है.

कैटिगरी की एकमात्र म्यूचुअल फंड स्कीम

मोतीलाल ओसवाल ने हाल ही में इस कैटिगरी का पहला म्यूचुअल फंड लॉन्च किया है. इसका नाम Motilal Oswal Nifty Microcap 250 Index Fund है. यह NFO 29 जून 2023 तक खुला था. जी बिजनेस के खास कार्यक्रम मनी गुरु में कम्पलीट सर्किल कंसल्टेट्स के वेस्ट जोन प्रमुख विकास पुरी और प्रतीक ओसवाल, हेड,पैसिव फंड,मोतीलाल ओसवाल AMC- ने कहा कि जो निवेशक हाई रिस्क लेने के लिए तैयार हैं, उनके लिए यह फंड सही है. नए निवेशकों को इससे दूर रहना चाहिए. अगर कोई निवेशक निवेश भी कर रहा है तो पोर्टफोलियो में इसका हिस्सा बहुत कम होना चाहिए. हालांकि, इस फंड में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें.

माइक्रोकैप फंड में किसे निवेश करना चाहिए?

यह एक पैसिव फंड है जो इंडस्ट्री का पहला माइक्रोकैप इंडेक्स फंड है. यह फंड Nifty Microcap 250 Index  को ट्रैक करेगा. इस कैटिगरी के आधे से ज्यादा स्टॉक्स को लेकर  ऐनालिसिस रिपोर्ट नहीं है, लेकिन स्टॉक्स में अच्छे रिटर्न की संभावना है. अगर कोई निवेशक इसमें पैसा डालता  है तो उसे लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए.

माइक्रोकैप में निवेश क्यों?

एक्सपर्ट का कहना है कि माइक्रोकैप कंपनियों के ग्रोथ की संभावना ज्यादा है. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के AUM का केवल 4 फीसदी इन कंपनियों में निवेश किया जाता है. छोटी कंपनियों के बिजनेस विस्तार की संभावना ज्यादा होती हैं. जो कंपनियों आज माइक्रोकैप हैं, आने वाले कल में वे मल्टीबैगर बन सकती हैं.

(डिस्‍क्‍लेमर: म्‍यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. इसमें पिछले प्रदर्शन को भविष्य में मिलने वाले रिटर्न का पैमाना नहीं माना जा सकता है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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