Mutual Funds: बाजार में बीते साल (2022) भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला. इसके बावजूद म्‍यूचुअल फंड्स में निवेशकों का भरोसा बना रहा. इक्विटी म्‍यूचुअल फंड्स में लगातार इनफ्लो देखा गया. SIP (सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) के जरिए रिकॉर्ड निवेश दर्ज किया गया. नवंबर 2022 में रिकॉर्ड 13306 करोड़ रुपये का इनफ्लो SIP के जरिए हुआ. 2023 में भी म्‍यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री की रफ्तार और तेज होने की उम्‍मीद है. एक्‍सपर्ट का कहना है कि नया साल इंडस्‍ट्री के लिए बेहतर साबित होगा. अगर 2023 में म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स में निवेश के जरिए वेल्‍थ क्रिएशन करना है या अच्‍छा रिटर्न पाना है, तो आपको कुछ स्‍ट्रैटजी बनानी होगी. बाजार के मूड के हिसाब से तैयारी की जाए, तो नया साल निवेशकों के लिए बेहतर साबित होगा. 

2023 Mutual Funds Tips: कैसे करें निवेश 

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मल्‍टी इन्‍वेस्टिंग

मार्केट एक्‍सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के एमडी पंकज मठपाल का कहना है, 2023 में खासकर पहली छमाही में इक्विटी मार्केट में उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्‍मीद है. ऐसे में म्‍यूचुअल फंड निवेशकों को संभलकर निवेश करना चाहिए. ऐसे में SIP और STP (सिस्‍टमैटिक ट्रांसफर प्‍लान) रूट के जरिए निवेश करना एक बेहतर स्‍ट्रैटजी होगी. 2023 एक मल्‍टी एसेट इन्‍वेस्टिंग का साल होगा. इक्विटी वैल्यूएशन अब सस्ता नहीं है, लेकिन लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले निवेशकों को म्यूचुअल फंड की यूनिट्स को निवेश और जमा (Accumulate) करना चाहिए.

डेट फंड्स में दिखेगा दम

पंकज मठपाल कहना है कि महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्‍याज दरें बढ़ा रहे हैं. RBI की ओर से भी इस साल लगातार 5 बार रेपो रेट में इजाफा हुआ है. इसके चलते बैंकों की ओर से कर्ज महंगा किया जा रहा है. ऐसे में बढ़ती ब्याज दरों के साथ 2023 में डेट फंड्स (Debt Funds) के 2022 से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है.

मल्‍टी एसेट फंड्स अच्‍छी पसंद 

उनका कहना है कि 2023 में सोना और चांदी (Gold and Silver) में निवेशकों को डबल डिजिट रिटर्न मिल सकता है. ऐसे में निवेशकों को अपने निवेश की समय-सीमा के आधार पर पर्याप्‍त एसेट एलोकेशन इनमें करना चाहिए. 2023 के लिए मल्‍टी एसेट फंड्स एक अच्‍छी पसंद हो सकते हैं.

2023 में 16-17% ग्रोथ की उम्‍मीद 

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2022 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में 7 फीसदी या 2.65 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई. इससे पहले साल 2021 में उसके AUM में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. AMFI के अनुमान है कि 2023 में इंडस्‍ट्री 16-17 फीसदी की दर से बढ़ेगा. 

आंकड़ों के मुताबिक, इस साल नवंबर तक म्यूचुअल फंड इंडस्‍ट्री का साइज 40.37 लाख करोड़ रुपये हो चुका है जो इसका रिकॉर्ड स्तर है. साल 2021 के अंत में यह इंडस्‍ट्री 37.72 लाख करोड़ रुपये की थी. जबकि, 2020 में इसका साइज 31 लाख करोड़ रुपये था. 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध, सप्लाई चेन की दिक्‍कतें और बढ़ती ब्याज दरों के चलते म्‍यूचुअल फंड इंडस्ट्री 2021 की ग्रोथ हासिल नहीं कर पाई. हालांकि, एक्‍सपर्ट का कहना है कि 2023 इंडस्‍ट्री के लिए बेहतर साबित होगा. 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां निवेश की सलाह एक्‍सपर्ट की ओर से दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. म्‍यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले एडवाइजर से परामर्श कर लें.) 

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