Mutual Fund Investment: इस साल घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव रहा है. महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक और मंदी की आशंका जैसे फैक्टर ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है. हालांकि भारतीय बाजारों ने पियर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. बाजार में घरेलू निवेशकों का भरोसा कायम है. एफआईआई (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली के बाद भी घरेलू  निवेशकों ने बाजार को बैलेंस किया है. एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा समय में अस्थिरता के चलते बाजार में कुछ और गिरावट आ सकती है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार का आउटलुक मजबूत है. निवेशकों को बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (Balance Advantage Fund) रुख करना चाहिए, जिसमें कम रिस्क के साथ बेहतर रिटर्न की गुंजाइश है.

शेयर बाजार का आउटलुक

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड के इक्विटी हेड, अनिरुद्ध नाहा ने कहा, भारतीय बाजार तुलनात्मक आधार पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल है और अभी भी अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले बेहतर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. बाजार के मौजूदा हालात में FII अन्य बाजारों में बेचना और रोटेट करना जारी रख सकते हैं. भारतीयों का आम तौर पर इक्विटी/इक्विटी म्‍यूचुअल फंड के लिए कम आवंटन होता है. लेकिन अभी साफ तौर पर यह ट्रेंड बदलता दिख रहा है और हाउस होल्ड लेवल पर इक्विटी में निवेश बढ़ रहा है.

पिछले 9 महीनों में FIIs ने जहां बिकवाली की है, वहीं घरेलू निवेशकों ने बाजार में पैसा लगाना जारी रखा है. बाजार में भारी बिकवाली और अनिश्चितता के बाद भी भारतीय निवेशक परिपक्व दिखे हैं और बाजार में घरेलू फंड के प्रवाह के चलते एफआईआई द्वारा की गई बिक्री को बैलेंस करने में सक्षम होना चाहिए. बाजार में अस्थिरता के चलते कुछ और गिरावट देखने को मिल सकती है. लेकिन लंबी अवधि में पैसा बनाने के लिए इक्विटी में आवंटन बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है.

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड

पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड लंबी अवधि में इक्विटी बाजारों में भाग लेने और अपने निवेशकों के लिए रिस्‍क-एडजस्टेड यानी जोखिम-समायोजित रिटर्न देने का एक स्मार्ट तरीका प्रदान करता है. पीजीआईएम इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के मॉडल की संरचना और मॉडल की प्रकृति ऐसी है कि यह एक खास एसेट अलोकेशन के अप्रॉच को फॉलो करता है.

ये भी पढ़ें- Zomato: मुनाफे की डिलीवरी करने को तैयार! ग्‍लोबल ब्रोकरेज बुलिश, 47% उछल सकता है शेयर

कैसे काम करता है फंड का एसेट एलोकेशन मॉडल?

यह फंड निवेश के लिए एक काउंटर-साइक्लिक  अप्रॉच को फॉलो करता है. जो हमारे पारदर्शी, इन-हाउस मॉडल के माध्यम से प्राप्त किया जाता है. जब मार्केट का वैल्युएशन उच्च स्तर पर होता है, तो फंड आमतौर पर अपने इक्विटी एक्सपोजर के एक हिस्से को हेज करता है और अपनी डेट होल्डिंग्स को भी बढ़ाता है. इससे मार्केट में गिरावट का असर कम होता है. जब मार्केट का वैल्युएशन कम होता है तो फंड इक्विटी में एग्रेसिव तरीके से निवेश करता है. यह फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में पैसा लगाता है. वहीं डेट कैटेगरी में यह फंड एनसीडी, सीडी और टी-बिल में निवेश करता है.

कैसे करें फंड का सेलेक्शन?

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) की खासियत है कि ये एक्टिव एसेट अलोकेशन, बेहतर रिस्‍क-एडजस्टेड रिटर्न और कुशल टैक्सेशन पर निवेशकों के साथ तालमेल बिठाते हैं. बीएएफ कम भाव पर खरीदने और ज्यादा पर बेचने का इरादा रखते हैं, ज्यादातर निवेशक कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न पाने के लिए ऐसा करना चाहते हैं. बीएएफ लंबी अवधि में एक एग्रेसिव हाइब्रिड फंड कैटेगरी की तुलना में कम अस्थिरता, बेहतर टैक्सेशन और एक कंजर्वेटिव हाइब्रिड कटेगिरि की तुलना में आमतौर पर हाई रिटर्न प्रोफाइल ऑफर करते हैं. बीएएफ की खासियत है कि यह एक रणनीति के रूप में एक निवेशक को इक्विटी टैक्सेशन के लाभ के साथ एक्टिव अलोकेशन (कम भाव पर खरीदें - ज्यादा पर बेचें) की जरूरत को हल करता है