Mutual Fund मे निवेश के पहले समझ लें ऑल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड; एक्सपर्ट से समझें - MF, PMS या AIF में क्या है आपके लिए सही?
Money Guru: Mutual Funds में निवेश करने के पहले आइए जान लेते हैं कि आखिर PMS यानि पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, AIF यानि ऑल्टरनेट इंवेस्टमेंट फंड होते क्या हैं?
Money Guru: आपने PMS यानि पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, AIF यानि ऑल्टरनेट इंवेस्टमेंट फंड के बारे में सुना होगा. आज हम समझेंगे कि आखिर ये होते क्या हैं और इसमें निवेश करने के पहले किन बारीकियों को समझ लेना चाहिए. इसके साथ ही जानेंगे कि ये म्यूचुअल फंड से कितने अलग होते हैं. SEBI ने AIF से निवेशकों के लिए डायरेक्ट प्लान का विकल्प देने को कहा है. ऐसे में इसके क्या नए नियम हैं और इससे आपको कितना फायदा होगा ये भी समझेंगे. हमारे एक्सपर्ट्स आनंदराठी वेल्थ के डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज और कम्प्लीट सर्कल वेल्थ के सीईओ क्षितिज महाजन से जानते हैं कि किन निवेशकों के लिए PMS सही है और किनके लिए AIF बेहतर?
इक्विटी में निवेश के तरीके
- डायरेक्ट स्टॉक
- म्यूचुअल फंड
- PMS
- AIF
AIF में 'डायरेक्ट' निवेश
- AIF के लिए सेबी के दो अहम फैसले
- AIF स्कीम के निवेशकों को डायरेक्ट प्लान का विकल्प देना होगा
- कमीशन को लेकर सेबी की सख्ती
- डायरेक्ट निवेश में कोई डिस्ट्रिब्यूशन या प्लेसमेंट फीस नहीं होगी
- निवेश के समय ही डिस्ट्रिब्यूशन या प्लेसमेंट फीस बतानी होगी
- मिस-सेलिंग की समस्या का होगा बड़ा समाधान
- 1 मई 2023 से लागू होंगे डिस्ट्रिब्यूशन कमीशन के नए नियम
AIF क्या है?
- AIF- ऑल्टरनेट इंवेस्टमेंट फंड
- आर्ट, एंटीक, वाइन, हेज फंड, प्राइवेट इक्विटी फंड में निवेश
- हर एक विकल्प में निवेश का रेगुलेटरी फ्रेमवर्क अलग-अलग
- इसमें ज्यादा जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न भी
- AIF की ट्रेडिंग खुले बाजार में नहीं होती
- AIF के जरिए स्टार्टअप हेज फंड, PIPE फंड में निवेश संभव
- AIF की निगरानी मार्केट रेगुलेटर सेबी करता है
- AIF में P2P लेंडिंग की पेशकश ऑनलाइन प्लेटफॉर्म करता है
- P2P लेंडिंग की देखरेख RBI करता है
AIF में तीन कैटेगरी होती है
- कैटेगरी 1-वेंचर कैपिटलिस्ट, इंफ्रा फंड, एंजेल फंड, सोशल वेंचर फंड
- कैटेगरी 2-प्राइवेट इक्विटी फंड, डेट फंड, FOF
- कैटेगरी 3- हेज फंड, प्राइवेट इन्वेस्टमेंट इन पब्लिक इक्विटी (PIPE)फंड
PMS क्या है?
- PMS- पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस
- जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज्ड निवेश पोर्टफोलियो
- प्रोफेशनल मनी मैनेजर लक्ष्य आधारित पोर्टफोलियो बनाते हैं
- बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट खुलवाना जरूरी
- PMS तीन तरह के होते हैं
- डिस्क्रीशनरी, नॉन-डिस्क्रीशनरी, एडवाइजरी
- फंड को मैनेज करने के लिए PoA PMS के नाम देनी जरूरी
- PoA- पॉवर ऑफ एटॉर्नी
- निश्चित रकम के अलावा रिटर्न पर आधारित कमीशन फीस
म्यूचुअल फंड क्या है?
- शेयर बाजार में निवेश का सिस्टमैटिक तरीका
- कई निवेशकों की जमा राशि से इक्कट्ठा होने वाला फंड
- किसी फंड हाउस की म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश
- शेयर बाजार की समझ नहीं फिर भी खुद कर सकते हैं निवेश
- SIP या एकमुश्त निवेश का विकल्प
- निवेश सलाहकार या खुद से फंड खरीदने का विकल्प
MF vs PMS
- MF PMS
न्यून्तम निवेश ₹500 ₹50 लाख
कॉस्ट फिक्स्ड सेट अप+AMC+परफॉर्मेंस फीस
एग्जिट लोड 1 साल 3 साल तक
टैक्स LTCG-10%,STCG-15% LTCG-10%,STCG-15%
MF vs AIF
- MF AIF
न्यून्तम निवेश ₹500 ₹1 करोड़
कॉस्ट फिक्स्ड सेट अप+AMC+परफॉर्मेंस फीस
एग्जिट लोड 1 साल 7 साल
इक्विटी टैक्स LTCG-10%,STCG-15% (कैट 1-2)स्लैब रेट पर,(कैट 3)42.7%
MF vs PMS vs AIF
प्रदर्शन
एवरेज रिटर्न 1 साल 3 साल 5 साल
टॉप 5 MF -2.41% 37.75% 15.17%
टॉप 5 PMS -10.83% 19.65% 7.65%
टॉप 5 AIF 8.90% 22.04% 29.07%
MF vs PMS vs AIF का एक्सपेंस रेश्यो
एवरेज एक्सपेंस डायरेक्ट रेगुलर
टॉप 5 MF 0.5-1.5% 1-2%
टॉप 5 PMS NA 5-6%
टॉप 5 AIF NA 5-6%
MF किसके लिए?
- सभी निवेशकों के लिए
- डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं
- लक्ष्य के हिसाब से निवेश की प्रक्रिया
- डेट, इक्विटी में डायरेक्ट या रेगुलर निवेश
PMS किसके लिए?
- जिनके पास निवेश के लिए कम से कम ₹50 लाख राशि
- जो निवेश का अधिकार पोर्टफोलियो मैनेजर को देना चाहते हों
- जिनके पास निवेश मैनेज करने का कम समय
- जिन्हें फंड मैनेजर पर पूरा भरोसा हो
AIF किसके लिए?
- ये विकल्प HNI, UHNI के लिए बेहतर
- ज्यादा निवेश रकम के साथ ज्यादा जोखिम भी
- छोटे निवेशक सोच-समझकर निवेश करें
- इनसे जुड़े जोखिम के बाद ही निवेश करें
- वाइन में निवेश की सुविधा कुछ कंपनियां देती हैं
- एंटीक,आर्ट में ऑक्शन और डीलर के जरिए निवेश
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