Money Guru: ऊंची ब्याज दरों में निवेश करना चाहते हैं, तो जान लीजिए आपके पास क्या विकल्प मौजूद हैं. इसमें भी टार्गेट मैच्योरिटी फंड की बात करते हैं, जिसमें  आप ऊंची ब्याज में पैसों को लॉक इन कर सकते हैं. जहां एक तरफ टार्गेट मैच्योरिटी फंड का निवेश सरकारी सिक्योरिटीज के हाई क्वालिटी पेपर में होता है, वहीं फंड में कम जोखिम में हाई-लिक्विडिटी का भी फायदा मिलता है. आज हम जानेंगे टार्गेट मैच्योरिटी फंड के बेनिफिट्स और इसके साथ ही यह भी कि कब आ सकती है भारत ईटीएफ बॉन्ड की चौथी किस्त. इसके लिए हमारे साथ आनंदराठी वेल्थ मैनेजमेंट के सीईओ फिरोज अजीज और Edelweiss AMC की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता मौजूद हैं. 

बढ़ते रेट क्या करना चाहिए Debt में निवेश? 

  • बढ़ती ब्याज दरों में डेट फंड में निवेश बेहतर
  • डेट फंड में 7% जबकि FD में 6.5% प्री-टैक्स रिटर्न
  • डेट फंड की 17 कैटेगरी में कई कैटेगरी में FD से बेहतर रिटर्न
  • डेट फंड की कई कैटेगरी का सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश

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FD vs डेट फंड

निवेश                                                            FD                                डेट फंड

रकम                                                      `1 करोड़                                   `1 करोड़

रिटर्न                                                          6%                                            7%

होल्डिंग अवधि                                             3 साल                                    3 साल

रकम की वैल्यू                                       `1.19 करोड़                           `12.25 करोड़

इंडेक्स्ड कॉस्ट(4% इनफ्लेशन)                           -                                     `11.24 करोड़

गेन पर टैक्से                                            `19 लाख                               `10 लाख

टैक्स देनदारी                                            `5.95 लाख                             `2.08 लाख

पोस्ट टैक्स रकम                                      `1.13 करोड़                            `1.20 करोड़

पोस्ट टैक्स रिटर्न                                         4.20%                                6.39%

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टारगेट मैच्योरिटी फंड-क्या हैं?

  • पैसिवली मैनेज्ड डेट फंड की श्रेणी में आते हैं
  • इन फंड की मैच्योरिटी तारीख तय होती है
  • 1 से 30 साल तक की मैच्योरिटी
  • सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश होता है
  • सार्वजनिक क्षेत्र कंपनियों के बॉन्ड में भी निवेश  
  • होल्डिंग पीरियड के दौरान मिला ब्याज,फिर निवेश होता है
  • मैच्योरिटी तक बने रहने में ज्यादा फायदा
  • फंड रोल डाउन स्ट्रैटेजी को अपनाते हैं

टारगेट मैच्योरिटी फंड की खासियत

  • ऊंची ब्याज दर पर निवेश लॉक-इन करने का मौका
  • ब्याज दरों के बदलाव में जोखिम कम करने में कारगर
  • इसमें बाकी निवेश विकल्प के मुकाबले ज्यादा लिक्विडिटी
  • टार्गेट मैच्योरिटी फंड में कभी भी एंट्री और एग्जिट
  • टार्गेट मैच्योरिटी फंड में बेहतर रिटर्न
  • टार्गेट मैच्योरिटी फंड में मिलता है इंडेक्सेशन लाभ

टारगेट मैच्योरिटी फंड या डेट फंड

  • TMF यानि टारगेट मैच्योरिटी फंड
  • TMF का 7.30% का YTM
  • एक्टिव डेट फंड का 7.15% का YTM
  • TMF में मैच्योरिटी तक होल्ड करने पर फायदा

क्यों चुनें टारगेट मैच्योरिटी फंड?

  • कम जोखिम और बेहतर रिटर्न का अच्छा जरिया
  • TMF में क्रेडिट रिस्क न के बराबर
  • मच्योरिटी तक होल्ड करने पर इंटरेस्ट रेट रिस्क नहीं
  • 3 साल से ज्यादा होल्ड पर 20% LTCG+इंडेक्सेशन लाभ
  • कभी भी एग्जिट करने की सुविधा
  • फंड मैनेजमेंट खर्च काफी कम

टारगेट मैच्योरिटी फंड में निवेश से पहले रखें ध्यान

  • 5 या 5 साल से अधिक निवेश अवधि के लिए सही
  • मैच्योरिटी तक होल्ड करने पर शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव में सहायक
  • कम ब्याज दरों में निवेश लॉक-इन करने का जोखिम
  • फंड का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं

Bharat Bond ETF

  • बाजार में सुरक्षित निवेश का जरिया
  • FD या टैक्स फ्री बॉन्ड से ज्यादा रिटर्न
  • पब्लिक सेक्टर कंपनियों के AAA रेटिड बॉन्ड में निवेश
  • 2019 में पहली बार लॉन्च हुआ Bharat Bond ETF
  • लॉन्च से अबतक AUM `50 करोड़ के पार हुआ
  • स्कीम का प्रबंधन Edelweiss Asset Mgmt. द्वारा
  • दिसंबर में भारत बॉन्ड की चौथी किस्त संभव