मोदी सरकार की 'अनूठी प्लानिंग', घर-घर आकर देगी पेंशन का फायदा
असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों को प्रतिमाह 3000 रुपए पेंशन दी जाएगी. सरकार प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन नाम की पेंशन योजना लॉन्च की है.
अगर आपके दरवाजे पर कोई सरकारी अधिकारी आकर आपके रोजगार के बारे में पूछे तो चौंकिएगा मत. दरअसल, ये सारी कवायद गैर संगठित क्षेत्र के लिए शुरू किए गए पेंशन स्कीम के लिए होगी. बजट में वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कामगारों को भी पेंशन का तोहफा दिया था. असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों को प्रतिमाह 3000 रुपए पेंशन दी जाएगी. सरकार प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन नाम की पेंशन योजना लॉन्च की है. गैर संगठित क्षेत्र के लिए पेंशन स्कीम को लागू करने की प्रक्रिया तेज कर दी है.
'अनूठी प्लानिंग' बना रही सरकार
सरकार इस स्कीम को लागू करने के लिए एक 'अनूठी प्लानिंग' कर रही है. इसके लिए सरकार घर-घर जाकर लाभार्थियों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा कराएगी. रजिस्ट्रेशन के लिए LIC के बड़े नेटवर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है. विशाल नेटवर्क से लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन जल्द हो सकेगा. मोदी सरकार की प्लानिंग है कि चुनाव से पहले सभी लाभार्थियों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाए.
LIC के एजेंट घर-घर जाकर करेंगे रजिस्ट्रेशन
सरकार की योजना है कि LIC के एजेंट ही योजना से जुड़ने वाला लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन घर-घर जाकर करेंगे. इससे LIC को अपना कारोबार बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. सरकार चाहती है कि चुनाव से पहले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाए. इसलिए इसकी गति को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.
15 फरवरी से लागू हो रही है पेंशन योजना
सरकार की न्यू पेंशन स्कीम 15 फरवरी से लागू हो रही है. सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने ऐलान किया था कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन नाम से मेगा पेंशन योजना के तहत 15000 रुपए तक मासिक आय वाले लोगों के लिए न्यूनतम 3000 रुपए की पेंशन मिलेगी. उन्हें 55 रुपए प्रति महीने का योगदान करना होगा. इतना ही योगदान सरकार करेगी. असंगठित क्षेत्र के 10 करोड़ कर्मचारियों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद.
रिक्शा, कचरा बीनने वालों को भी मिलेगा
रिक्शा और कचरा बीनने वालों को भी इस स्कीम से फायदा होगा. 60 साल पूरे होने के बाद हर महीने 3000 रुपए मिलेंगे. ये पेंशन योजना इसी वित्तीय वर्ष में शुरू होगी. पेंशन योजना के लिए शुरुआत में 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया. पेंशन योजना का फायदा 10 करोड़ लोगों को मिलेगा. पेंशन योजना की शुरुआत इसी वर्ष से की जाएगी.