कल ही किसी अखबार में पढ़ रहा था कि अगर आपका स्‍वास्‍थ्‍य ठीक हो तो आपके Life Insurance का प्रीमियम कम हो सकता है. अगर आप भी ऐसा मानते हैं तो यह गलतफहमी ही है. लाइफ इंश्‍योरेंस या जीवन बीमा का जो प्रीमियम आपकी उम्र के अनुरूप होता है वही स्‍टैंडर्ड होता है. यह कम नहीं हो सकता. हालांकि, हर क्षेत्र की तरह ही लाइफ इंश्‍योरेंस सेक्‍टर में भी इनोवेशंस हो रहे हैं. आइए, जानते हैं कि भविष्‍य में आने वाले फीचर्स आपके मेडिकल कंडीशन के हिसाब से कैसे बदल सकते हैं.

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मेडिकल कंडीशन सुधरने पर घट सकता है प्रीमियम!

आदित्‍य बिड़ला सन लाइफ के एक्‍चुअरी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि लाइफ इंश्‍योरेंस सेक्‍टर में भी इनोवेशंस हो रहे हैं. उन्‍होंने बताया कि अगर कोई व्‍यक्ति मेडिकल चेक-अप करवाता है और उसकी रिपोर्ट सामान्‍य नहीं होती तो पॉलिसी की रकम और पॉलिसी लेने वाले व्‍यक्ति की उम्र को देखते हुए लोडिंग की जाती है. लोडिंग का मतलब है कि मेडिकल कंडीशंस को देखते हुए स्‍टैंडर्ड से ज्‍यादा प्रीमियम लेना. यह एक सामान्‍य प्रक्रिया है. हालांकि, बाजार में ऐसे प्रोडक्‍ट्स लाने पर भी चर्चा हो रही है कि अगर लोडिंग देकर पॉलिसी लेने वाले का स्‍वास्‍थ्‍य ठीक रहता है या बिमारी खत्‍म हो जाए तो उसकी लोडिंग भी खत्‍म कर दी जाए.

स्‍टैंडर्ड प्रीमियम नहीं होता कम

सिंह ने बताया कि अभी तक यही प्रक्रिया है कि अगर पॉलिसी लेने वाले व्‍यक्ति की मेडिकल जांच असामान्‍य आती है तो रिस्‍क को देखते हुए उससे सामान्‍य से ज्‍यादा प्रीमियम वसूला जाता है. हालांकि, उन्‍होंने इस बात से साफ इनकार किया कि अगर कोई स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति लाइफ इंश्‍योरेंस पॉलिसी लेता है तो उससे सामान्‍य (स्‍टैडर्ड) प्रीमियम से कम प्रीमियम वसूला जाएगा.