लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स में हुए बदलाव कितने फायदेमंद? जानिए एक्सपर्ट की राय
Life insurance: नए नियमों के मुताबिक, प्रीमियम को न्यूनतम प्रीमियम राशि की सीमा से और कम नहीं किया जा सकता. सम एश्योर्ड उसके मुताबिक कम हो जाएगा.
आपने जीवन बीमा पॉलिसी ले रखी है और ज्यादा प्रीमियम भारी पड़ रही है तो ये खबर आपके लिए है. अब आपको प्रीमियम कम करने का मौका मिल सकता है. बीमा नियामक ने नए बदलाव किए हैं और इसे इसमें शामिल किया है. इसमें पॉलिसी लैप्स होने की जगह प्रीमियम को कम कर उसे जिंदा रखने का विकल्प मिलेगा.
इस मामले में आईडीबीआई फेडरर लाइफ के एमडी और सीईओ विग्नेश साहने कहते हैं कि पांच साल बाद पॉलिसी होल्डर अपना प्रीमियम कम कर सकता है. उनका कहना है कि जैसे-जैसे आप उम्र के साथ आगे बढ़ते हैं, आपकी बीमा जरूरतों में कमी आने लगती है. आपके पास पॉलिसी लैप्स करने के अलावा प्रीमियम घटाकर पॉलिसी को जिंदा रखने का विकल्प होता है. इसलिए बीमा नियामक की तरफ से उठाए जा रहे इस पहल का पॉलिसी होल्डर को काफी फायदा होगा.
प्रीमियम करने की लिमिट के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रीमियम को न्यूनतम प्रीमियम से और कम नहीं किया जा सकता. नए नियम के मुताबिक, आप 50 प्रतिशत तक प्रीमियम कर सकते हैं. मान लिया कि आपका प्रीमियम 40 हजार रुपये है तो आप इसे 20 हजार रुपये तक कम कर सकते हैं. हां, सम एश्योर्ड उसके मुताबिक कम हो जाएगा.