प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. अपने पिछले कार्यकाल में उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी. इस योजना के तहत देश के हर एक किसान को हर साल 6000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है. इसके अलावा सरकार ने किसानों के लिए पेंशन योजना भी शुरू की है. इस योजना के तहत लाभार्थी किसान को हर महीने 3000 रुपये की पेंशन दी जाएगी और वह भी बहुत कम प्रीमियम पर. इस योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना (पीएम-केएमवाई) है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह योजना 12 सिंतबर को लॉन्च की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड में पीएम-केएमवाई योजना को लॉन्च करेंगे. 

किसान पेंशन योजना निश्चित ही उन किसानों के लिए बुढ़ापे की लाठी का काम करेगी, जो सिर्फ और सिर्फ खेती-बाड़ी के भरोसे हैं. जिस तरह लगातार खेती की जमीन कम होती जा रही है और हर साल किसानों को कुदरत के कहर का सामना करना पड़ता है, ऐसे में पेंशन योजना एक मजबूत आसरा बन कर सामने आ रही है. 

मोदी सरकार ने किसानों (Farmers) के लिए जो मानधन योजना यानी पेंशन स्कीम (Pradhan mantri Kisan Mandhan Yojana) शुरू की है उसमें प्रीमियम की आधी रकम लाभार्थी को देनी पड़ती है. केंद्र सरकार सिर्फ आधा प्रीमियम ही दे रही है. इस पेंशन कोष का प्रबंधन भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) कर रहा है. 

कैसे ले सकते हैं पेंशन का फायदा

पेंशन योजना का फायदा उठाने के लिए किसान को कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड और खसरा-खतौनी की नकल ले जानी होगी. रजिस्ट्रेशन के लिए दो फोटो और बैंक की पासबुक की भी जरूरत होगी. ध्यान रखें कि रजिस्ट्रेशन के लिए किसान को अलग से कोई भी फीस नहीं देनी होगी. यह रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से फ्री है. रजिस्ट्रेशन के दौरान किसान का किसान पेंशन यूनिक नंबर और पेंशन कार्ड बनाया जाएगा.

कौन ले सकता है पेंशन योजना 

किसान पेंशन योजना में 18 से 40 वर्ष तक की आयु वाला कोई भी छोटी जोत वाला और सीमांत किसानों के लिए हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर तक ही खेती की जमीन है.

 

देखें ज़ी बिजनेस लाइव टीवी

60 साल की उम्र तक पेंशन खाते में किसानों को योजना में शामिल होते समय उनकी उम्र के आधार पर 55 से 200 रुपये महीने का प्रीमियम देना होगा. 18 वर्ष की आयु वाले किसान को 55 रुपये और 40 की उम्र वाले किसान को 200 रुपये महीने प्रीमियम के तौर पर जमा करने होंगे. उनके प्रीमियम के बराबर ही सरकार भी अपनी ओर से योगदान देगी. 

5 साल बाद बाहर आ सकते हैं योजना से

पांच साल के लगातार योगदान के बाद किसान अपनी मर्जी से इस योजना से बाहर भी आ सकते हैं. इस दौरान उन्हें उनकी प्रीमियम राशि को पेंशन कोष प्रबंधक जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की ओर से सेविंग खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. यानी स्कीम छोड़ने तक जितनी रकम जमा की होगी उस पर सेविंग अकाउंट का ब्याज मिलेगा.