कई बार लोग अच्‍छी खासी कमाई के बावजूद पैसा इकट्ठा नहीं कर पाते और कुछ लोग छोटी सैलरी से भी बड़ा बैंक बैलेंस तैयार कर लेते हैं. कभी सोचा है कि ऐसा क्‍यों होता है? दरअसल ये सबकुछ Money Management है. आप जो कमाते हैं, उसमें से कितना बचाते हैं और कितना खर्च करते हैं, ये बहुत बड़ा फैक्‍टर है. आपकी छोटी-छोटी बचत भी आपके अकाउंट को पैसों से भरने में बड़ी मदद कर सकती है. बस आपको अपनी फाइनेंशियल प्‍लानिंग बहुत सोच समझकर करनी होगी. यहां जानिए वो 5 तरीके जिन्‍हें खासतौर पर नौजवानों को जरूर समझ लेना चाहिए. इनकी मदद से आप मामूली सैलरी से भी बड़ा बैंक बैलेंस तैयार कर सकते हैं. 

सेविंग्‍स

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तमाम लोगों की आदत होती है कि वे जो भी कमाते हैं, उसे उड़ा देते हैं. लेकिन चाणक्‍य नीति भी कहती है कि पैसा इंसान का सबसे बड़ा मित्र है, क्‍योंकि मुसीबत के समय पर वो सच्‍चा साथी बनकर साथ रहता है. इसलिए हर व्‍यक्ति को सेविंग्‍स की आदत जरूर डालनी चाहिए. अब सेविंग्‍स कितनी की जाए, ये बड़ा सवाल है. ऐसे में फाइनेंशियल रूल ये कहता है कि आपको अपनी आमदनी का 20 फीसदी तो हर हाल में बचाना चाहिए. समय के साथ जैसे-जैसे आपकी इनकम बढ़ेगी, 20 फीसदी के हिस्‍से में आने वाली रकम भी बढ़ती रहेगी और इससे आपका पैसा तेजी से जमा होगा.

निवेश

सिर्फ बचत करना ही काफी नहीं. आपने जो बचाया है, उसे सिर्फ निवेश के जरिए ही बढ़ाया जा सकता है. आज के समय में ऐसे तमाम प्‍लांस हैं, जो आपके निवेश को कुछ वर्षों में बड़ी पूंजी में भी बदल सकते हैं. अगर आप हर महीने अपनी कमाई का 20 फीसदी बचाकर निवेश कर रहे हैं तो आने वाले समय में करोड़पति भी बन सकते हैं. हालांकि ये इस पर निर्भर करता है कि आपने कहां निवेश‍ किया है. आप SIP, PPF, FD आदि तमाम तरह के ऑप्‍शंस देख सकते हैं. निवेश से पहले किसी फाइनेंशियल एडवायजर की सलाह भी ले सकते हैं. वो आपको आपके वित्‍तीय लक्ष्‍य तक पहुंचने में काफी मदद कर सकते हैं.

नौकरी

बेहतर सैलरी के लिए लोग बेहतर नौकरी की तलाश करते हैं. लेकिन जल्‍दी-जल्‍दी नौकरी बदलना भी ठीक नहीं होता. इससे आपका प्रोफाइल खराब हो सकता है. ये फैसला काफी समझदारी के साथ ही लें. नौकरी बदलते समय आपको नौकरी की जगह, प्रोफाइल, टैक्स प्रभाव, सुविधाओं और फ्लैक्सिबिलिटी जैसी बातों पर विचार करना चाहिए, इसके बाद ही कोई फैसला लेना चाहिए.‍

कर्ज

आज के समय में क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं हैं. नौजवान बिना सोचे समझे इनका इस्‍तेमाल करते हैं और कई बार बेवजह खुद पर लोड बढ़ा लेते हैं. इसलिए खुद से एक वादा ये करें कि आप अपनी स्थिति के हिसाब से ही क्रेडिट कार्ड का इस्‍तेमाल करेंगे. इसके अलावा बैंक में आजकल कई तरह के लोन ऑफर किए जाते हैं. आप किसी भी तरह का लोन बहुत जरूरत पड़ने पर ही लेंगे. इसके अलावा किसी से उधारी भी नहीं करेंगे.

आईटीआर

आईटीआर फाइलिंग, एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जिसे प्रत्येक व्यक्ति को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करना चाहिए. देरी से फाइल करने पर आपको जुर्माना देना होगा. इसलिए आईटीआर को समय से फाइल करने का संकल्‍प लें.