NPS: Tips to turn your small monthly investment into over Rs 2 crore: देश की अधिकतर पॉपुलर सेविंग्स स्कीम्स (Savings Schemes) के घटते इंट्रस्ट रेट (Interest Rate) को देखते हुए कई लोग कम रिस्क और हायर रिटर्न्स (Higher Return) वाली इन्वेस्टमेंट स्कीम्स पर भरोसा करते हैं. जिन स्कीम्स पर लोग भरोसा कर रहे हैं, उनमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) के अलावा कई स्कीम्स शामिल है. इसी के साथ नेशनल पेंशनल सिस्टम (National Pension System) भी दूसरा ऐसा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है, जिस पर लोगों को भरोसा है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

National Pension Scheme (NPS) उन लोगों के लिए फायदमेंद है, जो लोग छोटे निवेश (Small Investment) की शुरुआत करना चाहते हैं. इस निवेश में पैसे की बचत ज्यादा होगी, क्योंकि इसमें टैक्स डिडक्शन नहीं होता है. इस सरकारी स्कीम में कई फायदे मिलते हैं, जैसे कि इंट्रस्ट रेट, पोस्ट रिटायरमेंट के लिए ऑनलाइन पोर्टल को मैनेज करने जैसी सुविधा. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

NPS Calculator: स्मॉल इन्वेस्टमेंट को 2 करोड़ में कर सकते हैं कन्वर्ट

NPS में हर महीने 12,500 रुपए इन्वेस्ट करें.

60 साल की उम्र तक इन्वेस्ट करें.

Total years of contribution: अगर आप 30 साल की उम्र में निवेश की प्लानिंग करते हैं, तो उसे हम पॉवर ऑफ कंपाउंडिंग सेक्शन (Power of Compounding) में रखते हैं. 

निवेश में कितना मिल सकता है रिटर्न: 10%.

महीने भर की पेंशन बनती है 46,146 रुपए.

निवेश करने के बाद रिटायरमेंट के लिए आपके पास 2,37,03,119 रुपए का कॉर्पस तैयार होता है.

इतना ही नहीं, NPS में मंथली और एनुअली इन्वेस्ट करने के अलावा आपको इसमें सालाना टैक्स छूट (Tax Benefit) का फायदा भी मिलता है. 

एनपीएस ब्याज दर (NPS Interest Rate)

NPS पर आपको सालाना 9% से 12% तक का ब्याज दर मिलता है.

NPS इनकम टैक्स बेनिफिट

NPS के तहत इनकम टैक्स सेक्शन 80 CCD(1) के तहत कर्मचारियों को सैलरी (Basic + DA) पर 10 फीसदी तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है. वहीं अगर आप सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक की लिमिट पूरी कर चुके हैं, तो एनपीएस आपको एक्स्ट्रा टैक्स सेविंग्स में भी मदद कर सकता है. 

NPS पॉवर ऑफ कंपाउंडिंग

ध्यान रहे, कैलकुलेटर में दी हुई जानकारी के मुताबिक, हमने आपका कॉन्ट्रिब्यूशन 30 साल की उम्र से रखा है. क्योंकि जितना जल्दी आप निवेश करना शुरू करेंगे, उतनी ही जल्द आपको फायदे मिलने शुरू हो जाएंगे. आप अपनी इन्वेस्टमेंट प्लान कर सकते हैं, ताकि आपकी फाइनेंशियल ऑब्जैक्टिव्स को मेनटेन कर अच्छा कॉर्पस तैयार हो सके. यहां कमपाउंडिंग का मतलब है आपके प्रॉफिट से हुए फंड को दोबारा से निवेश में लगा सकें, ताकि अच्छी ग्रोथ मिले.

निवेश की प्रक्रिया

  • निवेशक इन 4 ऑप्शंस को निवेश के लिए चुन सकता है
  • इक्विटी (Equity)
  • कॉर्पोरेट बॉन्ड (Corporate bonds)
  • सराकारी बॉन्ड (Government bonds)
  • दूसरे इन्वेस्टमेंट फंड जैसे की CMBS, MBS, REITS, AIFs, Invlts

NPS आपको अकाउंट में दो तरह के निवेश की सलाह देता है. 

  • एक्टिव च्वाइस (Active choice)
  • ऑटो च्वाइस (Auto choice)