सुपर-रिच कहां कर रहे हैं निवेश? ये है नया थीम, जहां जा रहा है अमीरों का पैसा, 14-16% मिलता है रिटर्न
Private Credit Funds: वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकट के चलते कॉमर्शियल बैंकों की ओर से प्राइवेट क्रेडिट फंड सेगमेंट में उधार देना कम हुआ है, जिसके चलते सुपर रिच के बीच ये प्राइवेट क्रेडिट फंड का इन्वेस्टमेंट नया थीम निकलकर सामने आया है.
Private Credit Funds: अगर Motilal Oswal Private Wealth (MOPW) की मानें तो देश में सुपर रिच यानी कि हाई नेटवर्थ (high net worth) और अल्ट्रा हाई नेटवर्थ (ultra-high net worth individuals) वाले लोग एक नए इन्वेस्टमेंट क्लास की ओर मूव कर रहे हैं. फाइनेंशियल फर्म MOPW के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकट के चलते कॉमर्शियल बैंकों की ओर से प्राइवेट क्रेडिट फंड सेगमेंट में उधार देना कम हुआ है, जिसके चलते सुपर रिच के बीच ये प्राइवेट क्रेडिट फंड का इन्वेस्टमेंट नया थीम निकलकर सामने आया है.
प्राइवेट क्रेडिट फंड्स क्या होते हैं? (What are private credit funds?)
प्राइवेट क्रेडिट फंड एक तरीके से निजी कंपनियों को दिया जाने वाला फंड होता है, जिसे प्रोफेशनली मैनेज किया जाता है. जिस तरीके से बैंक निजी कंपनियों को लोन देते हैं, उसी तरह ऐसे अमीर निवेशक जो ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम लेने को तैयार होते हैं, वो प्राइवेट कंपनियों या बिजनेसेज़ को प्राइवेट क्रेडिट फंड के तौर पर उधार देते हैं. Motilal Oswal Private Wealth के मुताबिक, प्राइवेट क्रेडिट फंड में निवेश करने का मतलब AAA रेटेड डेट सिक्योरिटीज़ (हाई रेटिंग) वाले असेट के मुकाबले लो-रेटेड डेट सिक्योरिटीज़ जो कि ज्यादा रिटर्न दे सकती हैं, उनमें निवेश करने का रिस्क है. MOPW के मुताबिक, ये फंड HNIs और UHNIs के लिए रिस्क-रिवॉर्ड के लिहाज से बढ़िया इन्वेस्टमेंट टूल हैं.
ये भी पढ़ें: 18,500 रुपए महीने पेंशन देने वाली इस सरकारी स्कीम का सीनियर सिटीजंस 1 अप्रैल से नहीं उठा पाएंगे फायदा, जानिए वजह
मिलता है 14-16% रिटर्न
फाइनेंशियल फर्म का कहना है कि प्राइवेट क्रेडिट फंड्स 14-16% तक रिटर्न दते हैं. HNIs और UHNIs इनमें लगातार अपना निवेश धीरे-धीरे बढ़ा रहे हैं. MOPW के असोसिएट डायरेक्टर जयेश फारिया ने कहा कि "यह जरूरी है कि फंड मैनेजर को डेट इन्वेस्टमेंट में अनुभव हो और विशेषज्ञता हासिल हो. रिस्क का लेवल कंट्रोल करने के लिए सही क्रेडिट वाले मौकों को पहचानना बहुत जरूरी पैमाना है." हालांकि, उन्होंने कहा कि हमेशा ध्यान रखें कि इस तरह के फंड्स में आपका निवेश आपके डेट पोर्टफोलियो का लगभग 10 फीसदी हिस्सा ही हो. MOPW का मानना है कि प्राइवेट क्रेडिट फंड्स की ये इंडस्ट्री साल 2025 तक 10 गुना का ग्रोथ देख सकती है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें