Retirement Planning: देश के लोग अब सेवानिवृत्ति के बाद जीवनयापन के लिए ‘सेविंग्‍स ’ पर धीरे-धीरे ध्यान देने लगे हैं. हालांकि, भारत आज भी रिटायरमेंट फंड के मामले में पूरी तरह सेक्‍योर्ड नहीं है. मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने एक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी है. डाटा एनॉलिस्‍ट फर्म KANTAR के साथ मिलकर किए गए इंडिया रिटायरमेंट इंडेक्‍स स्‍टडी (IRIS) में इंडेक्‍स 44 से सुधरकर 47 हो गया. इस ऑनलाइन सर्वे में देश के 28 शहरों के 2,093 लोग शामिल हुए. 

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सर्वेक्षण में हेल्‍थ, फाइनेंस और इमोशन को लेकर उत्तरदाताओं के विचारों का आकलन किया गया था. मैक्स लाइफ के एमडी एंड सीईओ प्रशांत त्रिपाठी ने कहा कि लोगों ने स्वास्थ्य को महत्व देना शुरू कर दिया है और वे स्वास्थ्य बीमा और समय-समय पर जांच का सहारा ले रहे हैं, लेकिन बहुत कम लोग स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दे रहे हैं. 

44% लोगों के पास हेल्‍थ इंश्‍योरेंस 

सर्वेक्षण के मुताबिक, 44 प्रतिशत लोगों के पास हेल्‍थ इंश्‍योरेंस है और 58 प्रतिशत ने पिछले तीन साल में स्वास्थ्य जांच कराई है. त्रिपाठी ने कहा, “भारत में लोग स्वास्थ्य पर बहुत ज्‍यादा ध्यान दे रहे हैं. क्षेत्रवार, पूर्वी क्षेत्र और दूसरी श्रेणी के शहर स्वास्थ्य जागरूकता के मामले में अच्छी प्रगति कर रहे हैं.” 

फाइनेंशियल प्‍लानिंग के संदर्भ में, सर्वेक्षण में पाया गया कि 90 प्रतिशत लोगों को लगता है कि उन्होंने जल्दी सेविंग्‍स शुरू नहीं की और 40 प्रतिशत ने कहा कि उनकी सेविंग्‍स स्‍कीम्‍स रिटायरमेंट के बाद 10 साल तक चलेगी. वहीं 40 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद जीवनयापन के लिए निवेश शुरू नहीं किया है. 

 

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