Investment Tips: इक्विटी में कितना निवेश करना चाहिए? 5 प्वाइंट्स में समझें इन्वेस्टमेंट की पूरी स्ट्रैटेजी
Investment Tips: क्या आपके मन भी यह सवाल उठता है कि इक्विटी में कितना निवेश करना चाहिए? 5 प्वाइंट्स में समझें कि उम्र और रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर इक्विटी में कितना निवेश होना चाहिए.
Investment Tips: बीते कुछ सालों में शेयर बाजार के प्रति निवेशकों का नजरिया बदला और वे भर-भर कर निवेश कर रहे हैं. रीटेल निवेशकों का पार्टिसिपेशन बहुत तेजी से बढ़ा है. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान की मदद से बाजार में हर महीनें हजारों करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है. अगर आप भी निवेश की यात्रा शुरू करना चाहते हैं और यह समझ में नहीं आ रहा है कि इक्विटी में कितना निवेश होना चाहिए तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत काम की है.
20-30 सालों के बीच है तो इक्विटी में कितना निवेश करें?
𝗛𝗼𝘄 𝗺𝘂𝗰𝗵 𝘀𝗵𝗼𝘂𝗹𝗱 𝘆𝗼𝘂 𝗶𝗻𝘃𝗲𝘀𝘁 𝗶𝗻 𝗘𝗾𝘂𝗶𝘁𝘆, यह रिटेल निवेशकों के मन में उठने वाला सामान्य सवाल है. वैल्यु रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अगर कोई निवेशक 20-30 सालों के बीच है तो वह 100% इक्विटी में निवेश कर सकता है. हालांकि, यह निवेश लॉन्ग टर्म के लिए होना चाहिए. लॉन्ग टर्म में इक्विटी का सबसे ज्यादा रिटर्न देने का इतिहास रहा है. यह स्ट्रैटेजी उन निवेशकों के लिए जिन्होंने इक्विटी में निवेश की अभी-अभी शुरुआत की है.
अग्रेसिव निवेशकों के लिए
अगर आप बीते 5 सालों से केवल इक्विटी में निवेश कर रहे हैं तो वक्त आ गया है कि पोर्टफोलियो में थोड़ा बदलाव करें. इक्विटी में 65-75 फीसदी तक निवेश करें और बाकी डेट स्कीम्स में निवेश करें. हालांकि, ऐसा अग्रेसिव निवेशकों को ही सूट करता है. अगर आपको रिटायरमेंट के बाद फंड का 1-2 फीसदी ही सालाना इनकम के रूप मे चाहिए तो भी आपके लिए यह स्ट्रैटेजी कारगर साबित होगी.
मीडियम रिस्क टेकर्स के लिए
अगर आप 40-50 साल की उम्र के बीच हैं और मीडियम रिस्क टेकर्स हैं तो इक्विटी में 50 फीसदी निवेश करना चाहिए. अगर आप रिटायर्ड इिंडिविजुअल हैं और फंड का केवल 3-4 फीसदी सालाना इनकम के रूप में चाहिए तो ऐसे निवेशक भी 50 फीसदी तक इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. ऐसे निवेशक केवल अपने रिटायरमेंट कॉर्पस पर पूरी तरह डिपेंडेंट नहीं होते हैं.
50s में इक्विटी निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं
अगर आप 50s में हैं और रिस्क लेने की क्षमता कम है. ऐसे निवेशक अगर इक्विटी में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं तो वे 65-75 फीसदी तक डेट म्यूचुअल फंड्स और बाकी इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. अगर कोई रिटायर्ड इंडिविजुअल है और उसे रिटायरमेंट कॉर्पस का 5-6 फीसदी सालाना इनकम के रूप में चाहिए तो वह भी इस स्ट्रैटेजी को फॉलो कर सकता है. ऐसे निवेशकों के पास निवेश के लिए बहुत कम बचता है और इन्हें निश्चित रिटर्न की भी उम्मीद होती है. ये निवेशक अपने रिटायरमेंट कॉर्पस पर बहुत ज्यादा निर्भर रहते हैं.
Target Portfolio Allocation
एक्सिस सिक्योरिटीज ने Target Portfolio Allocation स्ट्रैटेजी के तहत बताया कि अग्रेसिव निवेशक 90 फीसदी इक्विटी और 5 फीसदी डेट में निवेश करते हैं. ग्रोथ आधारित निवेशक इक्विटी में 70 फीसदी और डेट में 15 फीसदी निवेश करते हैं. बैलेंस्ड पोर्टफोलियो वाले निवेशक इक्विटी में 50 फीसदी और डेट में 35 फीसदी निवेश करते हैं. कंजरवेटिव निवेशक 20 फीसदी इक्विटी और 70 फीसदी डेट में निवेश करते हैं. बाकी का निवेश हर कैटिगरी के निवेशक गोल्ड में करते हैं.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. इसमें पिछले प्रदर्शन को भविष्य में मिलने वाले रिटर्न का पैमाना नहीं माना जा सकता है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)