Investment tips: लोगों की औसत उम्र धीरे-धीरे बढ़ रही है. 60 साल के बाद रिटायरमेंट का समय आ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि रिटायरमेंट से पहले आप अपने आने वाले कल की तैयारी पूरी कर लें. रिटायरमेंट के बाद जब कमाई बंद हो जाएगी तो पूर्व में किया गए निवेश ही काम आएगा. ऐसे में बेहतर कल की तैयारी आज से ही शुरू हो जानी चाहिए. फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह होती है कि इन्वेस्टमेंट में डिसिप्लिन बहुत जरूरी होता है. शिष्टाचार के साथ किया गया निवेश लंबी अवधि में आपकी हर समस्या का हल कर देगा.

आज से करें कल की तैयारी

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JRL Money के को-फाउंडर विजय मंत्री ने जी बिजनेस के खास कार्यक्रम Money Guru में बात करते हुए निवेश की पांच बुरी आदतों को टालने की सलाह दी है. इन बुरी आदतों से आपका भविष्य अधर में लटक सकता है और आने वाले कल में आपको आर्थिक तौर पर परेशानी उठानी पड़ सकती है.

निवेश कल पर टाल देना

निवेश की शुरुआत कमाई के साथ ही कर देना चाहिए. जैसे-जैसे कमाई बढ़ती जाती है, आपका खर्च भी बढ़ता जाता है. ऐसे में जरूरी है कि कमाई के साथ ही निवेश शुरू कर दें. इसे कल के भरोसे नहीं टालना चाहिए. आपकी कमाई का कम से कम 20-30 फीसदी निवेश करना जरूरी है.

आय से अधिक खर्च करना

अगर कमाई और खर्च का हिसाब नहीं है तो भारी परेशानी होगी. इसके लिए बजटिंग जरूरी है. आपको अपनी हैसियत का बेहतर अंदाजा होना चाहिए. दिखावे में किया गया खर्च आपकी आर्थिक सेहत के लिए ठीक नहीं है. कमाई और खर्च के बीच जरूरत के हिसाब से इमरजेंस फंड हर किसी को बनाकर रखना चाहिए.

पर्याप्त इंश्योरेंस न खरीदना

अगर फाइनेंशियल प्लानिंग कर रहे हैं तो इंश्योरेंस सबसे पहले खरीदें. निवेश से पहले भी अपने लिए इंश्योरेंस खरीदें. एक टर्म इंश्योरेंस और दूसरा हेल्थ इंश्योरेंस होना हर किसी के लिए जरूरी होता है. यह आपको फाइनेंशियल स्टैबिलिटी देने में मदद करेगा. मेडिकल खर्च बढ़ रहा है. ऐसे में हर किसी के लिए मेडिकल इंश्योरेंस होना बहुत जरूरी है.

जानकारी के बिना निवेश करना

अगर अपनी कमाई किसी जगह निवेश कर रहे हैं तो जरूरी है कि उसके बारे में आपको सबकुछ पता हो. किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले उसके बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें. अगर वह आपकी जरूरत के हिसाब से फिट बैठता है तभी निवेश की शुरुआत करें. निवेश करते समय फोकस केवल रिटर्न पर नहीं होना चाहिए. पॉन्जी स्कीम्स में हाई रिटर्न का वादा किया जाता है, लेकिन आपका निवेश सुरक्षित हो यह ज्यादा महत्वपूर्ण है.

कर्ज के बोझ के नीचे दब जाना

इन सब के अलावा कर्ज का बोझ मिनिमम रखना सबसे जरूरी होता है. अगर आप पर कर्ज का बोझ होगा तो रिस्क लेना मुश्किल हो जाता है. कर्ज वाली स्थिति में नौकरी बदलना भी रिस्की लगता है और ऐसे में आपको उचित ग्रोथ नहीं मिल पाता है. अगर कर्ज लेना है तो वह गुड लोन होना चाहिए. मसलन होम लोन, एजुकेशन लोन  जिससे आपको फायदा मिले. पर्सनल लोन, कार लोन, कंज्यूमेबल्स लोन, क्रेडिट कार्ड लोन से जितना हो सके, बचने की कोशिश करें.