अपने MF का खुद बनाएं पोर्टफोलियो, कम समय में बना देगा करोड़पति
म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश से आप ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाएं. हर गोल के लिए एक नया फंड लेने के बजाय जरूरी है कि आप अपने पोर्टफोलियो को सोच-समझकर बनाएं.
म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश से आप ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप अपने पोर्टफोलियो को बेहतर बनाएं. हर गोल के लिए एक नया फंड लेने के बजाय जरूरी है कि आप अपने पोर्टफोलियो को सोच-समझकर बनाएं. फौजी इनिशिएटिव के CEO रिटायर्ड कर्नल संजीव गोविला के मुताबिक पोर्टफोलियो तैयार करना बेहद जरूरी है. यह आसान है. आदर्श पोर्टफोलियो में कितने फंड रखना सही होगा, यह ध्यान रखना भी जरूरी है.
रुपी कॉस्ट एवरेजिंग क्या है?
रुपी कॉस्ट एवरेजिंग निवेश का एक अप्रोच है
आप तय अवधि पर कुछ निवेश करते हैं
जब कीमत कम तब ज्यादा निवेश होता है
जब कीमत ज्यादा तो कम खरीदारी
उदाहरण
आप हर महीने 10,000 का निवेश करते हैं
कुछ समय के लिए बाजार का मिजाज बिगड़ता है
SIP मेथड रुपी कॉस्ट एवरेजिंग पर करता है काम
निवेश बनाए रखते हैं तो गिरावट का ज्यादा असर नहीं
लगातार निवेश बनाए रखने से आपको फायदा होता है
पोर्टफोलियो कैसा हो?
जोखिम क्षमता के मुताबिक आपका पोर्टफोलियो हो
जोखिम क्षमता के साथ बजट को भी ध्यान में रखें
पोर्टफोलियो बनाएं जो आपकी वित्तीय जरूरत पूरा करे
वित्तीय लक्ष्यों के लिए जरूरी फंड मुहैया कर सके
पोर्टफोलियो में कितने फंड रखें?
पोर्टफोलियो में कितने फंड? ये जोखिम क्षमता पर निर्भर
औसत जोखिम क्षमता वाले पोर्टफोलियो में 5-7 फंड काफी
पोर्टफोलियो का डायवर्सिफाई होना बेहद जरूरी
असेट एलोकेशन करें, लक्ष्यों के मुताबिक फंड चुनें
डायवर्सिफिकेशन कैसे करें?
आप कितना जोखिम उठा सकते हैं, ये पहले देखें
जोखिम क्षमता के मुताबिक ही इंस्ट्रूमेंट्स चुनें
भविष्य के लक्ष्यों को भी ध्यान रखें
लक्ष्यों के मुताबिक फंड चुनना बेहतर
पोर्टफोलियो में शामिल करने के लिए कई इंस्ट्रूमेंट
PPF, डेट फंड, इक्विटी, गोल्ड, रियल एस्टेट
निवेश इंस्ट्रूमेंट का चुनाव कैसे करें?
लक्ष्यों के मुताबिक निवेश इंस्ट्रूमेंट का चुनाव करें
आपके लक्ष्य छोटी अवधि के हैं
ऐसे में आप डेट फंड में निवेश कर सकते हैं
बी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं
ऐसे में इक्विटी में निवेश करना होगा बेहतर
पोर्टफोलियो ऑवरडायर्सिफाई कब होता है?
पोर्टफोलियो में जब आप जरूरत से ज्यादा फंड जोड़ देते हैं
कई फंड तो जोड़ दिए लेकिन मैनेज नहीं कर पा रहे
एक ही तरह के कई फंड पोर्टफोलियो में शामिल कर लिए हैं
कम लक्ष्य और पोर्टफोलियो में शामिल कर रहे हैं ज्यादा फंड
डायवर्सिफिकेशन कैसे लाएं?
रिस्क प्रोफाइल और भविष्य की जरूरतों के मुताबिक डायवर्सिफिकेशन
पोर्टफोलियो में इक्विटी फंड शामिल कर सकते हैं
डेट एक्सपोजर के लिए डेट फंड अच्छा विकल्प
PPF, गोल्ड, रियल एस्टेट भी कर सकते हैं शामिल
वेल्थ क्रिएशन के लिए निवेश
सिर्फ वेल्थ क्रिएशन के लिए निवेश कर रहे हैं
पहले देखें कि कितने साल के लिए कर सकते हैं निवेश?
कोर पोर्टफोलियो में 4 फंड रखना बेहतर होगा
3 से 5 फंड सैटेलाइट पोर्टफोलियो में रखना बेहतर
कोर पोर्टफोलियो लंबी अवधि के लिए फंड शामिल करें
सैटेलाइट पोर्टफोलियो में जरूरत के मुताबिक फंड रख सकते हैं
लंबी अवधि का निवेश
आपका निवेश लंबी अवधि के लिए
ऐसे में आप इक्विटी बेहतर विकल्प
जितने फंड मैनेज कर सकें, उतने फंड बेहतर
लंबी अवधि के जितने गोल, उनके मुताबिक फंड करें शामिल
एक लक्ष्य-एक फंड का तरीका अपना सकते हैं
बकेट अप्रोच तो 6 से 8 फंड काफी
संजीव के पसंदीदा इक्विटी फंड
Mirae Asset Large Cap Fund
Parag Parikh Long Term Equity Fund
Kotak Emerging Equity Fund
संजीव के पसंदीदा डेट फंड
SBI Magnum Low Duration Fund
ICICI Prudential Ultra Short Term Fund
Franklin India Corporate Debt Fund