म्यूचुअल फंड (MF) में निवेश की जब भी बात आती है तो अकसर आपने AMC यानि असेट मैनेजमेंट कंपनी के बारे में सुना होगा. असेट मैनेजमेंट कंपनी फंड को मैनेज करने और उसका प्रबंधन का काम करती है, लेकिन क्या AMC देखकर निवेश करना चाहिए? AMC के प्रदर्शन का क्या आपके म्यूचु्अल फंड रिटर्न पर असर पड़ता है?

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म्यूचुअल फंड में AMCs के रोल पर सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवायजर जितेंद्र सोलंकी के मुताबिक MF चुनते समय AMC पर ध्‍यान देना जरूरी है. इससे आपको उसके प्रदर्शन का पता चलेगा यानि AMC कितना रिटर्न दिलाने में मददगार हुई. साथ ही कई और फैक्‍टर भी निवेश पर अच्‍छा रिटर्न देने के लिए जिम्‍मेदार होते हैं.

क्या है NAV?

NAV यानि नेट असेट वैल्यू

NAV फंड के प्रति शेयर की मार्केट वैल्यू होती है

ये वो मूल्य है, जिस पर निवेशक यूनिट्स खरीदते-बेचते हैं

एक्सपेंस घटाने के बाद ही NAV निकलती है

NAV जहां रोजाना जारी की जाती है

वहीं, एक्सपेंस रेश्यो हर 6 महीने में जारी होते हैं

NAV कैसे कैलकुलेट होती है?

फंड के पोर्टफोलियो में मौजूद कैश, सिक्योरिटीज से होता है तय

कैश, सिक्योरिटीज की वैल्यू को आउटस्टैंडिंग शेयर से भाग दिया जाता है

असेट की मौजूदा वैल्यू और कैश 'असेट अंडर मैनेजमेंट' या AUM कहते हैं

AUM को यूनिट्स सी कुल संख्या से भाग देंगे तो मिलेगा NAV

फॉर्मूला- AUM ÷ कुल यूनिट्स= NAV

NAV का कैलकुलेशन एक दिन ट्रेडिंग डे में एक बार किया जाता है

पोर्टफोलियो की सिक्योरिटीज के क्लोजिंग प्राइस पर होती है गणना

उदाहरण

आप 5000 रुपए का निवेश करते हैं, फंड का NAV 50 रुपए है

ऐसे में आपको 100 यूनिट मिलेंगी 

NAV 50 रुपए से ज्यादा हुआ तो निवेश की वैल्यू बढ़ेगी 

NAV 50 रुपए से नीचे गया तो निवेश की वैल्यू घटेगी 

आप रिडीम करते हैं, NAV 55 रुपए पर पहुंच गया 

ऐसे में आपको 5500 रुपए मिलेंगे, 500 रुपए का फायदा

AMC क्या है?

AMC यानि असेट मैनेजमेंट कंपनी 

अलग-अलग व्यक्ति और संस्थान से निवेश लेती है

AMC निवेश को कैपिटल असेट्स में करती है निवेश

स्टॉक्स, रियल एस्टेट, बॉन्ड्स में निवेश करते हैं निवेश

असेट मैनेजमेंट कंपनियों के पास होते हैं फंड मैनेजर 

निवेश कहां और कैसे करना है? ये फंड मैनेजर का फैसला

AMC कैसे मैनेज करती है फंड?

जब आप किसी AMC के पास करते हैं निवेश 

आप AMC से खरीदते हैं पोर्टफोलियो

निवेशकों को फायदा दिलाने के लिए करती है काम

निवेश के सभी फैसले फंड मैनेजर की लीडरशिप में लेते हैं 

AMC कैसे मैनेज करती है फंड?

AMC असेट अलोकेशन करती हैं 

रिसर्च और एनालिसिस से बेहतर रिटर्न दिलाने की कोशिश

फंड मैनेजर स्टॉक्स का पोर्टफोलियो तैयार करते हैं

AMC समय-समय पर फंड मैनेजर के प्रदर्शन को रिव्यू करते हैं

AMC कैसे चुनें? 

किसी भी AMC के फंड में निवेश से पहले ट्रैक रिकॉर्ड चेक करें 

AMC की अलग-अलग स्कीम के प्रदर्शन का भी जायजा लें

AMC के फंड ने बाजार के उतार-चढ़ाव में कैसा प्रदर्शन किया, चेक करें

AMC के फंड मैनेजर के बारे में पता करें, उनकी क्रेडिब्लिटी जानें 

AMC कितना फीस और कमीशन लेती है, पता करें

फंड मैनेजर कैसे पहुंचाएगा फायदा? 

- फंड मैनेजर ये सुनिश्चित करता है कि निवेशकों को फंड से रिटर्न मिले

- सिक्योरिटीज की खरीद, बिक्री से निवेशकों को रिटर्न दिलाता है

- गलत फैसले लेने का जिम्मेदार भी फंड मैनेजर ही होता है

- फंड मैनेजर निवेश की समीक्षा के लिए अपनी टीम की मदद लेता है

- अपने ही फंड के बेंचमार्क को तोड़ ज्यादा रिटर्न दिलाने की कोशिश करता है

निवेशक के लिए AMC कितनी सुरक्षित?

कई लोग AMCs को ज्यादा सुरक्षित नहीं मानते

कई डरते हैं कि AMCs कभी भी हो सकती हैं बंद

स्पॉन्सर, ट्रस्टी फंड मैनेज करने के लिए AMC नियुक्त करते हैं 

सेबी और सरकार के तय नियमों के अधीन करते हैं काम 

AMCs के लिए सेबी की गाइडलाइन 

AMC म्यूचुअल फंड की ट्रस्टी की तरह काम नहीं कर सकती 

डिस्कोल्जर के बिना अपनी स्कीम में AMC निवेश नहीं कर सकती 

AMCs को अपने काम की रिपोर्ट हर तिमाही जमा करनी होगी  

AMC के प्रमुख अधिकारियों का रिकॉर्ड क्लीन होना जरूरी 

AMC का चेयरमैन म्यूचुअल फंड का ट्रस्टी नहीं हो सकता 

AMC का नेटवर्थ 10 करोड़ रुपए से कम होना जरूरी