International Yoga Day: आज दुनियाभर में अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. जिस तरह जवान और स्वस्थ रहने के लिए योग जरूरी है, उसी तरह निवेश आपको हमेशा धनवान बनाए रखने में मदद करता है. क्या है योग का धन कनेक्शन? हेल्थ के साथ कैसे सुधारें वेल्थ? योग की तरह निवेश में कैसे बनाएं संतुलन? रूंगटा सिक्योरिटीज के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर हर्षवर्धन रूंगटा ने बताया कि कैसे योग के साथ सेहत और कमाई को बढ़ाया जा सकता है.

International Yoga Day: Health के लिए योग, Wealth के लिए SIP

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हेल्थ की तरह अपनी वेल्थ का भी ख्याल रखना बहुत जरूरी है. हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं योग की तरह म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश है. जिस तरह नियमित योग से फायदा मिलता है. उसी तरह नियमित निवेश से फायदा मिलता है. योग और SIP के नतीजे आने में समय लगता है. शॉर्ट टर्म के बजाए लंबी अवधि के लिए निवेश करें.

योग से निवेश के 'गुरु मंत्र'- हेल्थ-वेल्थ पर ध्यान देना

सेहत के साथ फाइनेंशियल हेल्थ पर भी ध्यान जरूर देना चाहिए. 60 के बाद ठाठ के लिए योग और निवेश दोनों जरूरी हैं. बुढ़ापे में योग शरीर को स्वस्थ रखता है. आरामदायक रिटायरमेंट के लिए निवेश अहम है. जितना जल्दी हो सके, हेल्थ इंश्योरेंस ले लें. बुढ़ापे में हेल्थ इंश्योरेंस की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है. कोविड के दौरान ज्यादातर लोग योग और हेल्थ इंश्योरेंस की अहमियत को समझें हैं. इसके अलावा SIP निवेश जारी रखें, वक्त-वक्त पर निवेश बढ़ाते रहें.

योग और निवेश में जरूरी है अनुशासन

योग और निवेश में अनुशासन बेहद जरूरी है. दोनों को बीच में छोड़ना फायदेमंद नहीं होता. स्वस्थ रहने के लिए जिस तरह कम खाना बेहतर होता है, उसी तरह खर्च पर लगाम लगाना जरूरी है. अच्छे-बुरे खाने में जिस तरह करते अंतर हैं. सही-गलत निवेश में भी फर्क करना जरूरी. अच्छी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए अभ्यास जरूरी है.

बिना गुरु योग और निवेश अधूरे

बिना गुरु के योग करने से दिक्कत हो सकती है. ऐसे ही सलाहकार के बिना निवेश में घाटा हो सकता है. जैसे योग करने के लिए गुरु की जरूरत होती है. वैसे ही निवेश के लिए वित्तीय सलाहकार चाहिए. बाजार के उतार-चढ़ाव की सबको जानकारी नहीं. सलाहकार पोर्टफोलियो रिव्यू कर मदद करता है.

योग का धन कनेक्शन

हेल्थ के लिए योग और खानपान का संतुलन जरूरी है. वेल्थ के लिए सही फंड और SIP का संतुलन बहुत अहम है. योग हमेशा जवान रखेगा, निवेश हमेशा धनवान रखेगा. योग हो चाहे निवेश, दोनों से ही आत्मनिर्भरता बढ़ती है. योग और निवेश दोनों से लक्ष्य हासिल होते हैं. सही योग और नियमित निवेश से ऊर्जा आती है.

वेल्थ गेन के लिए संतुलन जरूरी

योग में संतुलन हर आसन की अहम कड़ी है. लंबी अवधि में वेल्थ के लिए सही संतुलन अहम हो जाता है. मतलब बचत और खर्च में सही संतुलन से ही आपका रिटर्न बढ़ेगा. अगर बचत से ज्यादा खर्च होगा तो कर्ज का बोझ बढ़ सकता है. संतुलन के लिए पॉजिटिव कैश फ्लो बेहद जरूरी है. अतिरिक्त कैश फ्लो से निवेश कर पाएंगे.

रिटर्न के लिए संयम बनाएं

सिर्फ एक दिन योग करने से कोई खास फायदा नहीं होता. अच्छी सेहत के लिए नियमित योग करना जरूरी है. ऐसे ही लंबी अवधि का निवेश ज्यादा रिटर्न देता है. छोटी अवधि में रिटर्न उस अनुपात में नहीं मिलता. कम वक्त में ज्यादा पाने की मंशा से हमेशा निराशा होगी. योग और निवेश, दोनों में ही संयम जरूरी है. जितने लंबे वक्त के लिए योग और निवेश करेंगे उतना ज्यादा फायदा होगा.

पोर्टफोलियो में विविधता लाएं

योग में हर जरूरत के लिए अलग-अलग आसन होते हैं. ऐसे पोर्टफोलियो में भी विविधता बनाए रखना जरूरी है. जोखिम क्षमता के हिसाब से निवेश करना हमेशा सही रहता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, लक्ष्य पाने के लिए इक्विटी, डेट MF में निवेश करना चाहिए. बैलेंस्ड MF में SIP से सही पोर्टफोलियो तैयार होगा. सही और गलत इन्वेस्टमेंट में फर्क करना भी जरूरी है.

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