आपकी प्रॉपर्टी का इंश्योरेंस हुआ है? जरूर होने चाहिए ये पेपर्स, आपको मिलते हैं कई फायदे, जानें डीटेल्स
Property Insurance: प्रॉपर्टी का इंश्योरेंस हो तो किसी मुसीबत के वक्त में आपके पास यह दस्तावेज होने से आपको काफी हद तक मदद मिल जाएगी. इसमें आग, चोरी, दंगा, प्राकृतिक आपदा में घर या घर की किसी चीज को हुए नुकसान में कवर मिलता है.
Property Insurance: आपकी प्रॉपर्टी की सुरक्षा के लिए आपके पास इसका इंश्योरेंस होना जरूरी है. प्रॉपर्टी इंश्योरेंस, होम इंश्योरेंस ही है, इसमें आपको कई तरह का कंबाइंड कवरेज मिलता है. आपकी प्रॉपर्टी कवरेज के अलावा इसमें लायबिलिटी कवरेज भी मिलता है. क्यों होना चाहिए प्रॉपर्टी इंश्योरेंस? इस सवाल का जवाब काफी सीधा है. प्रॉपर्टी का इंश्योरेंस हो तो किसी मुसीबत के वक्त में आपके पास यह दस्तावेज होने से आपको काफी हद तक मदद मिल जाएगी. इसमें आग, चोरी, दंगा, प्राकृतिक आपदा में घर या घर की किसी चीज को हुए नुकसान में कवर मिलता है, ऐसे में खुदा न खास्ता आप ऐसी स्थिति से गुजरते हैं तो आपको शुरू से शुरू नहीं करना होगा और आपको वित्तीय मदद मिल जाएगी.
जैसे कि मान लीजिए, आपके घर में चोरी हो गई या किसी ने दीवार गिरा दी. या फिर ऐसी ही किसी मानवीय दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा में आपके घर को नुकसान हुआ तो आपको इसके लिए इंश्योरेंस कवरेज मिल जाएगा और आपको रिपेयरिंग के लिए अलग से खर्च नहीं निकालना पड़ेगा. आप निश्चिंत रह सकते हैं कि डैमेज की स्थिति में आपके पास फाइनेंशियल बैकअप है.
इतना ही नहीं, आपको लायबलिटी कवरेज भी मिलता है. यानी कि अगर आपकी प्रॉपर्टी पर किसी थर्ड पार्टी को कोई नुकसान होता है तो आपका इंश्योरेंस इसको कवर कर लेगा.
मिलता है कैसा कवर?
- आपको बर्गलरी यानी सेंधमारी के खिलाफ इंश्योरेंस मिलता है. इसके लिए आपको किन-किन चीजों पर इंश्योरेंस चाहिए आप बता सकते हैं. इसमें कैश, ज्वैलरी या सिक्योरिटी जैसे पेपर्स पर भी कवरेज लिया जा सकता है.
- आपको फायर इंश्योरेंस मिलता है. आग से जलकर किसी भी तरह का नुकसान होता है तो आपको प्रॉपर्टी पर कवरेज मिल जाएगा.
- ज्वैलरी, या घर के दूसरे पोर्टेबल इक्विपमेंट या आइटम पर जनरल इंश्योरेंस मिलता है. यह अलग-अलग केस में अलग-अलग हो सकता है.
इंश्योरेंस के लिए कैसे तय होती है प्रॉपर्टी की वैल्यू
इंश्योरेंस के लिए किसी भी घर की वैल्यू, रिकन्स्ट्रक्शन वैल्यू से निकाला जाता है. यानी कि कैलकुलेशन करके यह देखा जाता है कि अगर वो प्रॉपर्टी ध्वस्त हो जाती है उसे दोबारा बनाने में कितना खर्च आएगा, इसी के हिसाब से उसकी वैल्यू निकलती है.
ध्यान रखें कि प्रॉपर्टी इंश्योरेंस लेते वक्त प्रीमियम कॉस्ट, क्लेम सेटलमेंट रेशियो और इंश्योरेंस कंपनी की क्रेडिबिलिटी जरूर चेक कर लें.