2023 में कस्टमर्स की पहुंच इंश्योरेंस तक बढ़ी, इंडस्ट्री के लिए आसान हुआ प्रोडक्ट लाना; एक्सपर्ट से जानिए 2024 से उम्मीदें
Insurance Industry 2024 Outlook: एक्सपर्ट का मानना है कि 2024 में इंश्योरेंस इंडस्ट्री में और ज्यादा बदलाव होने की संभावना है. इंडस्ट्री का फोकस मेट्रो शहरों ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए इंश्योरेस को और ज्यादा आसान और ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार करने पर होगा.
Insurance Industry 2024 Outlook: साल 2023 इंश्योरेंस इंडस्ट्री के काफी बड़े बदलावों वाला रहा. इंश्योरेंस इंडस्ट्री ने ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में ऱखते हुए इंश्योरेंस पॉलिसी में कई बदलाव किए है, जिनका फोकस ग्राहकों के लिए प्रोडक्ट को बेहतर बनाना था. इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI पहले से ही ट्रिनिटी जैसी पहल के साथ इस सेक्टर को इंश्योरेंस 2.0 की ओर ले जा रहा है. इस पहल से इंश्योरेंस और ज्यादा आसान बन रहा है. साथ ही लोगों तक इसकी पहुंच भी बढ़ रही है. एक्सपर्ट का मानना है कि साल 2024 में इंश्योरेंस इंडस्ट्री में और ज्यादा बदलाव होने की संभावना है. इंडस्ट्री का फोकस सिर्फ मेट्रो शहरों ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए इंश्योरेस को और ज्यादा आसान और ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार करने पर होगा.
2023 में क्या रहे अहम बदलाव
इंश्योरेंस एग्रीगेटर पॉलिसी बाजार के को-फाउंडर एंड सीबीओ तरुण माथुर का कहना है, IRDAI ने नियम बनाने के तरीकों में काफी बदल किया है. अब IRDAI सख्त नियमों के बजाय सामान्य सिद्धांतों को ध्यान में रखता है. इस साल 'अकाउंट एग्रीगेटर फ्रेमवर्क' काफी पॉपुलर हुआ. इसमें RBI की ओर से रेगुलेटेड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के बीच लोगों से सहमति डाटा शेयर किया जा सकता है. यह पहल न केवल बढ़ी हुई सुरक्षा देती है. बल्कि अंतिम कंज्यूमर को लॉन्ग टर्म सुविधा मिलती है.
2023 में IRDAI ने लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री के लिए एक नियम में बदलाव किया है. उन्होंने इंश्योरेंस कंपनियों के लिए नए प्रोडक्ट पेश करना आसान बना दिया. पहले, यह नियम केवल सामान्य इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के लिए था, लेकिन अब इसमें पर्सनल और ग्रुप लिंक्ड प्रोडक्ट शामिल है. इस बदलाव का मतलब है कि कंपनियां अब तेजी से और कम कागजी कार्रवाई के साथ नई बीमा योजनाएं बाजार में ला सकती हैं. दूसरी ओर इस साल अक्टूबर में जारी हुई नई IRDAI की गाइडलाइंस के मुताबिक, इंश्योरेंस कंपनियों को 1 जनवरी से एक संशोधित ग्राहक सूचना पत्र (CIS) जारी करना होगा. देश में इंश्योरेंस इंडस्ट्री में इस साल 'एनीव्हेयर कैशलेस' हेल्थ इंश्योरेंस की शुरुआत देखने को मिली. पूरा हेल्थ इंश्योरेंस इकोसिस्टम जल्द ही 100% कैशलेस सेटलमेंट्स लाने के लिए मिलकर काम कर रहा है.
2024 में क्या है उम्मीदें
तरुण माथुर कहते हैं, 2023 में इनवोशन और कई अहम बदलाव हुए. रेगुलेटर की पहल से भारतीय इंश्योरेंस इंड्स्ट्री ने ग्राहक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इनवोशन को अपनाया है. 2023 ग्राहकों को बिना किसी परेशानी के बेहतर अनुभव, उत्तम क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया, ट्रांसपेरेंसी और इंश्योरेंस की बढ़ी हुई पहुंच की वजह से सकरात्मक बदलाव का साल रहा.
उनका कहना है, कस्टमर्स और इंश्योरेंस इंडस्ट्री के लिए ट्रेंड 2024 में और भी मजबूत होगा. साल 2024 में, इंश्योरेंस इंडस्ट्री में और ज्यादा बदलाव होने की संभावना है. इंडस्ट्री का फोकस सिर्फ मेट्रो शहरों ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति के लिए इंश्योरेस को और ज्यादा आसान और ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार करने पर होगा. इंश्योरेंस 2.0 का समय शुरू हो गया है. '2047 तक सभी के लिए इंश्योरेंस' हर व्यक्ति के लिए फाइनेंशियल सिक्युरिटी तय करने की दर्शाता है.