नॉर्दन रेलवे मेन्स यूनियन की ओर से 4 अप्रैल को मंडलीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन चेम्सफोड रोड स्थित संगठन के कार्यालय में आयोजित किया जाएगा. इसमें उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से रेलवे कर्मचारी बड़ी संख्या में हिस्सा लेंगे. कर्मचारियों की पुरानी पेंशन, न्यूनतम वेतन में वृद्धि, फिटमेंट फैक्टर में सुधार सहित कई अन्य मांगे हैं. दिल्ली में इन मांगों को लेकर ही आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी. सम्मेलन का उद्घाटन ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा करेंगे.

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संगठन को मिली बड़ी सफलता

ऑल इंडिया रेलवे मेल्य फेडरेशन के प्रयासों के चलते भारतीय रेलवे में इनफार्मेशन टेक्नॉलॉजी (IT) के क्षेत्र में काम करने वाले रेल कर्मचारियों के के पदों की रीस्ट्रक्चरिंग को रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है. इस कदम से जहां कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि और पदोन्नति की संभावना बढ़ गई है.

रेल कर्मचारियों को होगा ये फायदा

दरअसर रेलवे के कर्मचारी संगठन काफी समय से मांग कर रहे थे कि IT कैडर के कर्मियों के पदों की रीस्ट्रक्चरिंग को मंजूरी दी जाए. इस पर मंगलवार को रेल मंत्री ने मोहर लगा दी. नई व्यवस्था के तहत आईटी कैडर के तहत 67 फीसदी कर्मचारियों को 4600 ग्रेड पे के तहत रखा जाएगा वहीं 33 फीसदी कर्मियों को 4200 ग्रेड पे के तहत रखा जाएगा. वर्तमान समय में आईटी कैडर के लगभग 33 फीसदी से अधिक कर्मचारी 4200 ग्रेड पे के तहत काम कर रहे हैं.

रेल कर्मियों की ये हैं मांगें

  • नई पेंशन नीति को हटा कर पुरानी गारंटीड पेंशन बहाल की जाए
  • न्यूनत वेतन एवं पे फिक्सेशन फार्मूले में बढोत्तरी की जाए
  • पुरानी ग्रेड पे 1800 में भर्ती हुए पढ़े - लिखे युवाओं के लिए हर विभाग में पदोन्नति के अवसर प्रदाना किए जाएं
  • सीधी भर्ती के पदों में से एक चौथाई पदों की योग्यता वाले ग्रेड पे 1800 में कार्यरत कर्मचारियों की पदोन्नति से (LDCE) कोटे के तहत भरा जाए.
  • रेलकर्मियों के माता - पिता को मेडिकल एवं पास की सुविधा प्रदान की जाए
  • कार्य स्थल पर सभी कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं तथा महिला रेल कर्मियों के लिए समूचित प्रसाधन, चेंज रूम, बाल ग्रह आदि का प्रबंध किया जाए.