TDS Rule: बजट 2023 में केंद्र सरकार ने महिला निवेशकों को ध्यान में रखते हुए महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट योजना की घोषणा की थी. इसपर काफी वक्त तक टैक्सेशन के नियमों पर तस्वीर साफ नहीं थी. हालांकि, इसको टैक्स के दायरे में रखा गया था. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने इसे लेकर एक नोटिफिकेशन जारी करके कहा है कि महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट स्कीम में निवेश करने पर हुई ब्याज से कमाई TDS (tax collected at source) लगेगा. CBDT के नॉटिफिकेशन में कहा गया है कि महिला सम्मान सेविंग्स स्कीम इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 194A के तहत आएगी. इस धारा के तहत स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटेगा. 

क्या है सेक्शन 194A?

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इनकम टैक्स एक्ट की धारा 194A मे टीडीएस यानी टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स का प्रावधान ै. टीडीएस एक डायरेक्ट टैक्सेशन (प्रत्यक्ष कर-निर्धारण) का तरीका है जिसकी शुरुआत इनकम सोर्स (आय के स्त्रोत) से या इनकम पेआउट (आय की अदायगी) के समय से ही टैक्स एकत्रित करने के लिए की गई. इसके तहत अगर कोई व्यक्ति (कटौती करनेवाला/ डिडक्टर) किसी अन्य व्यक्ति को भुगतान करने के लिए ज़िम्मेदार है तो वह सोर्स पर टैक्स में कटौती करके बाकी अमाउंट व्यक्ति को ट्रांसफर करेगा. काटी गई टीडीएस राशि सरकार के पास जाती है. फॉर्म 26AS या कटौती करनेवाले की ओर से जारी किए गए टीडीएस सर्टिफिकेट में देखा जा सकता है कि कितना टीडीएस कटा है.

MSSC पर कैसे कटेगा टीडीएस?

जैसे बैंक एफडी पर टीडीएस कटता है, वैसे ही इस स्कीम पर भी टीडीएस कैलकुलेट होगा. अगर एक वित्तीय वर्ष में इस स्कीम के तहत आपकी ब्याज से 40,000 रुपये से ज्यादा कमाई होगी तो आपको इस स्कीम के तहत टीडीएस भरना होगा. सीनियर सिटीजंस के लिए यह लिमिट 50,000 रुपये रखी गई है.

महिला सम्मान बचत पत्र योजना की विशेषताएं

महिला सम्‍मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Saving Certificate-MSSC) एक वन टाइम डिपॉजिट स्‍कीम है जो देश की महिलाओं के लिए है. इस स्‍कीम की शुरुआत 1 अप्रैल, 2023 से कई गई है. MSSC में डिपॉजिट की गई रकम पर 7.5 फीसदी के हिसाब से ब्‍याज मिल रहा है. इस स्‍कीम में महिलाएं कम से कम 1000 रुपए और अधिकतम 2 लाख रुपए तक निवेश कर सकती हैं. इस स्‍कीम में दो साल बाद डिपॉजिट राशि और ब्‍याज को मिलाकर पूरा पैसा मिल जाता है. फिलहाल इस योजना को 2 साल के लिए शुरू किया गया है यानी इस स्‍कीम का फायदा साल 2025 तक उठाया जा सकता है. 

इस योजना में किसी भी उम्र की महिला इसमें निवेश कर सकती है. नाबालिग लड़की के नाम पर उसके गार्जियन अकाउंट ओपन करवा सकते हैं. अकाउंट ओपन करवाते समय आपको फॉर्म-1 भरना होगा, साथ ही केवाईसी डॉक्‍यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और कलरफुल फोटो आदि की जरूरत पड़ेगी.