अगर आपका क्रेडिट कार्ड आवेदन रिजेक्ट हो गया है तो क्या करें?
क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट होने का मतलब है कि आपकी वर्तमान आय और क्रेडिट हिस्ट्री में कुछ कमी है. इसलिए आपको बेहद बुनियादी बातों पर गौर करना होगा.
आपको अक्सर क्रेडिट कार्ड (Credit card) बनवाने के लिए फोन आते होंगे और ज्यादातर लोग इन फोन कॉल्स से बहुत अधिक परेशान भी हो जाते हैं, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं लेकिन उनका आवेदन रिजेक्ट हो जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने वाले करीब 40% लोगों का आवेदन रिजेक्ट हो जाता है. क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट होने का मतलब है कि आपकी वर्तमान आय और क्रेडिट हिस्ट्री में कुछ कमी है. इसलिए आपको बेहद बुनियादी बातों पर गौर करना होगा.
सही कारण पता कीजिए
सबसे पहले आप पता कीजिए कि किसी वजह से आपका आवेदन रिजेक्ट हुआ है. आमतौर पर क्रेडिट कार्ड कंपनियां पत्र के माध्यम से बताती हैं कि आपका आवेदन क्यों रिजेक्ट किया गया है. आप सेल्स एक्जीक्यूटिव से मिलकर भी ये बात पता कर सकते हैं. उनसे आप आपना क्रेडिट स्कोर भी पता कर सकते हैं.
लो क्रेडिट स्कोर
क्रेडिट कार्ड रिजेक्ट होने का सबसे आम कारण 'लो क्रेडिट स्कोर' है. अगर आपने पहले से काफी कर्ज लिया है या आपने समय से बिलों का भुगतान नहीं किया है तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर लो हो सकता है. अगर आपने लोन के लिए कई बैंकों से संपर्क किया और सब जगह आपकी फाइल तैयार हो गई, लेकिन आपने लोन एक ही जगह से लिया, तो बाकी जगह आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाएगा. इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है. इसलिए लोन के लिए सिर्फ एक जगह ही आवेदन करें.
क्रेडिट स्कोर को चेक करें
इस बात की पुष्टि कीजिए कि क्रेडिट स्कोर आपका ही है या किसी और का. कई बार बैंक से गलती हो जाती है. अगर क्रेडिट स्कोर आपका ही है तो आप छोटे-छोटे लोन लेकर और पोस्टपेड मोबाइल कनेक्शन के बिल समय पर चुकाकर अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बना सकते हैं.
दूसरे बैंकों से संपर्क करें
क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए अलग अलग बैंक के मानक अलग होते हैं. जिस क्रेडिट स्कोर पर एक बैंक ने आपका आवेदन रिजेक्ट कर दिया है, हो सकता है उसी क्रेडिट स्कोर पर कोई दूसरा बैंक आपको क्रेडिट कार्ड जारी कर दे.
क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाएं
इसके अलावा अपने बैंक लेनदेन को बेहतर बनाकर और समय पर टैक्स रिटर्न भरने से भी क्रेडिट कार्ड लेने की आपकी योग्यता बढ़ती है. आपकी इनकम एक सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है. इसलिए आय बढ़ाने पर भी जोर दीजिए.