कैसे तय होता है आपका क्रेडिट स्कोर, ये क्यों जरूरी है ? लोन लेने की तैयारी में हैं तो जरूर जान लीजिए ये बातें
अगर आप लोन लेने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना बहुत जरूरी है. जितना अच्छा आपका क्रेडिट स्कोर होगा, उतनी ही आसानी से आपको लोन मिल जाएगा. जानिए क्रेडिट स्कोर से जुड़ी तमाम जरूरी बातें.
आज के समय में महंगाई इतनी बढ़ गई है कि सिर्फ सेविंग्स के बूते पर आपका काम नहीं चल पाता. घर खरीदते या बनवाते समय, कार खरीदते समय, एजुकेशन के लिए, मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति आदि ऐसे तमाम मौके आते हैं, जब लोगों को बैंक या किसी अन्य जगह से लोन लेने की जरूरत पड़ती है. अगर आप भी लोन लेने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना बहुत जरूरी है. आर्थिक मामलों की जानकार शिखा चतुर्वेदी बताती हैं कि आपका क्रेडिट स्कोर ही ये तय करता है कि आपको लोन दिया जाना चाहिए या नहीं, या फिर कितना लोन दिया जाना चाहिए. आसान शब्दों में आप समझ सकते हैं कि लोन लेने के लिए आपकी पात्रता को तय करने में आपके क्रेडिट स्कोर का बहुत बड़ा रोल होता है. अगर आप भी लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं तो आपको क्रेडिट स्कोर से जुड़ी इन बातों के बारे में जरूर पता होना चाहिए.
कैसे तय होता है आपका क्रेडिट स्कोर
क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर भी कहा जाता है. व्यक्ति के क्रेडिट रिकॉर्ड की रिपोर्ट के आधार पर इसे तैया किया जाता है. क्रेडिट स्कोर तय करते समय देखा जाता है कि आपने अब तक कितनी तरह का लोन लिया है, उसको समय पर चुकता किया है या नहीं, किस-किस बैंक या लोन देने वाली अन्य कंपनियों से लोन या क्रेडिट कार्ड लिया है आदि लोन क्रेडिट से जुड़ी तमाम बातों का हिसाब-किताब रखा जाता है. जितना अच्छा आपका क्रेडिट स्कोर होगा, लोन उतनी ही आसानी से मिलने की संभावना होती है.
कौन तय करता है ये स्कोर
तमाम क्रेडिट ब्यूरो आपके क्रेडिट स्कोर को जारी करते हैं. इनमें ट्रांसयूनियन सिबिल, इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और सीआरआईएफ हाईमार्क जैसी क्रेडिट इंफर्मेशन कंपनियों को प्रमुख माना गया है, इन कंपनियों को लोगों के वित्तीय रिकॉर्ड इकट्ठा करने, इसे मेंटेन करने और इस डेटा के आधार पर क्रेडिट रिपोर्ट / क्रेडिट स्कोर जेनरेट करने का लाइसेंस प्राप्त है. क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच तय किया जाता है. आमतौर पर 750 से ऊपर के स्कोर को अच्छा स्कोर माना जाता है.
क्रेडिट स्कोर न होना भी ठीक नहीं
तमाम लोग ऐसे होते हैं, जिन्होंने कभी लोन नहीं लिया और न ही वो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं,. ऐसे में वे सोचते हैं कि उन्हें लोन आसानी से लोन मिल जाएगा क्योंकि लोन से जुड़ी उनकी कोई हिस्ट्री ही नहीं है. लेकिन आपकी ये धारणा गलत है. अगर आपने कोई लोन नहीं लिया है और आपके पास क्रेडिट कार्ड भी नहीं है, तो क्रेडिट इंफर्मेशन कंपनियां ये जान नहीं पातीं कि आपको लोन के मामले में जोखिम वाली श्रेणी में रखा जाए या नहीं. ऐसे में आपका कोई क्रेडिट स्कोर नहीं होता. क्रेडिट स्कोर न होने पर तमाम वित्तीय संस्थान आपको लोन देने में हिचकते हैं.
कैसे बेहतर करें क्रेडिट स्कोर
- उतना ही लोन लें, जिसकी किश्त को आप समय पर दे सकें. ईएमआई का भुगतान समय पर करें.
- क्रेडिट कार्ड के बहुत ज्यादा इस्तेमाल से बचें और पर्सनल लोन बहुत ज्यादा न लें. जरूरत पड़ने पर ही लोन लें.
- आपके लोन की गारंटी देने वाले शख्स की निगरानी करते रहें क्योंकि उसके गलत ट्रांजेक्शन से भी आपका स्कोर प्रभावित होता है.