बैंक में हर किसी का खाता होता है. तमाम लोग बैंक के जरिए एफडी, आरडी और सरकार की ओर से चलाई जाने वाली तमाम स्‍कीम्‍स में निवेश करते हैं. नौकरीपेशा की सैलरी बैंक अकाउंट में ही क्रेडिट होती है, इसके अलावा तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ भी बैंक के जरिए ही मिलता है. ऐसे में बैंक के पास किसी न किसी रूप में आपका पैसा रहता है. आप जब तक जीवित हैं, उस पैसे के मालिक होते हैं. लेकिन अगर किसी दुर्घटनावश आपकी मृत्‍यु हो जाए तो उस पैसे के हकदार आपके परिवारी सदस्‍य होते हैं. लेकिन कई बार आपकी कुछ गलतियों के कारण आपके बाद उस रकम को क्‍लेम करना परिवार के लिए मुश्किल हो जाता है.

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ऐसे में वो पैसा बैंक के पास ही रहता है और कुछ सालों बाद उस रकम को अनक्‍लेम्‍ड अमाउंट मान लिया जाता है. हाल ही में वित्त राज्य मंत्री भागवत के कराड ने राज्यसभा में बताया कि मार्च, 2023 तक बैंकों के पास बिना दावे की जमा रकम में 28 फीसदी की सालाना बढ़ोतरी हो रही है. इसमें करंट, सेविंग्‍स अकाउंट का पैसा और फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट वगैरह का पैसा भी शामिल है. इसलिए बैंक में अकाउंट खुलवाने या किसी भी स्‍कीम में निवेश करने से पहले हमें 5 काम जरूर कर लेने चाहिए ताकि बाद में परिवार को किसी तरह की समस्‍या न झेलनी पड़े और आपकी जमा पूंजी अनक्‍लेम्‍ड न बन पाए.

नॉमिनी जरूर बनाएं

आप बैंक अकाउंट ओपन कराएं या किसी स्‍कीम में निवेश करें, उसमें नॉमिनी की डीटेल्‍स जरूर दें. तमाम लोग नॉमिनी को सीरियस नहीं लेते, ऐसे में आपके बाद इसका खामियाजा परिवार के सदस्‍यों को उठाना पड़ता है. नॉमिनी को ये अधिकार होता है कि वो आपकी मृत्‍यु के बाद उस अकाउंट से पैसा निकाल सकें.

परिवार के साथ जिक्र करें

काफी लोग निवेश से जुड़ी बातों को परिवार के सदस्‍यों से भी छिपाकर रखते हैं, लेकिन जो भी आप पर निर्भर परिवारीजन हैं, आपको उनके साथ इस बात को शेयर करना चाहिए. लाइफ में अनहोनी की स्थिति किसी के भी सामने आ सकती है. ऐसे में अगर परिवार को आपके निवेश और नॉमिनी से जुड़ी जानकारी होगी, तो आपके बाद वो आपकी जमा रकम को निकाल सकते हैं और उसका जरूरत के समय में इस्‍तेमाल कर सकते हैं.

अपना केवाईसी अपडेट करें

बैंक आपको समय-समय पर केवाईसी अपडेट करने के लिए कहता है, लेकिन लोग इस मामले में आलस करते हैं. इस काम को अपनी जिम्‍मेदारी मानकर पूरा करना चाहिए. इससे आपके या नामांकित व्‍यक्ति के बीच बैंक बिना किसी रुकावट के कम्‍यूनिकेशन कर पाता है. इससे आपका पैसा लावारिस होने से बच जाता है.

अनावश्‍यक खातों को बंद करें

समय-समय पर अपने खातों की समीक्षा सभी को करते रहना चाहिए और अनावश्‍यक खातों को बंद कर देना चाहिए. सक्रिय खातों में धनराशि कंसॉलिडेट करें. इससे फाइनेंशियल मैनेजमेंट आसान हो जाता है और आपके बाद आपके नॉमिनी को भी बहुत परेशान नहीं होना पड़ता. 

डॉक्‍यूमेंट्स संभालकर रखें

फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) हो या कोई अन्‍य स्‍कीम, आप उनसे जुड़े कागजात को संभालकर रखें. साथ ही जहां भी आप न कागजात को रखते हैं, उसके बारे में अपने परिवार के सदस्‍यों को जानकारी जरूर दें. इन डॉक्‍यूमेंट्स के होने से आपके बाद परिवार के लोगों को या नामित व्‍यक्ति को रकम निकासी के लिए बहुत मशक्‍कत नहीं करनी पड़ेगी और काम आसानी से हो जाएगा.