सिर्फ ₹100 बचाकर भी जोड़ लेंगे 15 लाख से ज्यादा और पूरा कर सकते हैं अच्छी सी कार खरीदने का सपना
SIP के जरिए आप म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाते हैं. म्यूचुअल फंड मार्केट लिंक्ड है. इसमें रिटर्न की गारंटी तो नहीं होती, लेकिन लॉन्ग टाइम के इन्वेस्टमेंट में औसतन 12 फीसदी के हिसाब से रिटर्न मिल जाता है, जो कि आज के समय में किसी भी स्कीम से बेहतर है.
100 रुपए की कीमत आज के समय में मामूली हो गई है. आप खाने-पीने के लिए छोटी-मोटी चीज भी मंगवाते हैं तो 100 रुपए का बिल बनते देर नहीं लगती. आप भी हर रोज तमाम जरूरतों को पूरा करने में 100 रुपए से कहीं ज्यादा रकम उड़ा देते होंगे. अगर आप रोजाना 100 रुपए को बचाना शुरू कर दें, तो भी 3000 रुपए महीने की बचत कर लेंगे. इस बचत की रकम को आप अगर निवेश करना शुरू कर दें तो कुछ ही सालों में लाखों का अमाउंट जोड़ सकते हैं और एक अच्छी सी कार खरीदने का सपना पूरा कर सकते हैं.
कैसे जुड़ेंगे 15 लाख से ज्यादा की रकम
आज के समय में SIP को लॉन्ग टर्म निवेश के लिए बेहतर स्कीम माना जाता है. SIP के जरिए आप म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाते हैं. म्यूचुअल फंड मार्केट लिंक्ड है. इसमें रिटर्न की गारंटी तो नहीं होती, लेकिन लॉन्ग टाइम के इन्वेस्टमेंट में औसतन 12 फीसदी के हिसाब से रिटर्न मिल जाता है, जो कि आज के समय में किसी भी स्कीम से बेहतर है.अगर आप हर महीने 3,000 रुपए एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में लगाते हैं तो 15 सालों में आप 5,40,000 रुपए इन्वेस्ट करेंगे, लेकिन 12 फीसदी के हिसाब से भी आपको इस पर डबल के आसपास रिटर्न मिल जाएगा.
15 सालों में 12 प्रतिशत ब्याज के हिसाब से आपको 9,73,728 रुपए ब्याज के तौर पर मिलेंगे. इस तरह आपके इन्वेस्टेड मनी और इंटरेस्ट में मिली रकम को मिलाकर आपको कुल 15,13,728 रुपए मिलेंगे. इस रकम से आप अच्छी सी कार आसानी से खरीद सकते हैं. इसके अलावा अगर आप इसे 5 साल और जारी रखें यानी 20 साल तक 3,000 रुपए एसआईपी में लगाते रहें तो 20 साल बाद आपको 29,97,444 रुपए मिलेंगे.
बचत का फॉर्मूला
अब सवाल उठता है कि कैसे बचाएं रोजाना 100 रुपए. इस मामले में फाइनेंशियल एडवाइजर दीप्ति भार्गव कहती हैं कि फाइनेंशियल रूल है कि हर व्यक्ति को अपनी कुल कमाई का 20 प्रतिशत हर हाल में बचाना चाहिए. अगर आप महीने में 20,000 रुपए भी कमाते हैं तो भी 20 प्रतिशत के हिसाब से आपको हर महीने 4,000 रुपए बचाने चाहिए. अगर आप हर रोज 100 रुपए बचाते हैं, तो वो भी सिर्फ 3,000 रुपए बन रहे हैं. ऐसे में 3,000 रुपए बचा पाना, एक छोटी सैलरी की कमाई करने वाले के लिए भी बहुत मुश्किल नहीं है. बस उसको अपने कुछ खर्चों को सीमित करने की जरूरत पड़ेगी.