Loan Fraud: सावधान ! लोन लेने जा रहे है... तो जरूर रखें इन बातों का खास ध्यान
इस तरह के लोन के झांसे में जरूरतमंद लोग आते हैं. ये लोग बिना किसी कागजी कार्रवाई और बिना KYC के लोन देने का वादा करते हैं तो लोग आसानी से इन पर भरोसा कर लेते हैं. जान लें इनसे बचने का तरीका.
Loan Fraud: लोग अलग-अलग वजहों से पर्सनल लोन लेते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों का इरादा कुछ इमरजेंसी या नॉन-इमरजेंसी जरूरतों को पूरा करना होता है. भारत में एक बड़ी आबादी अपनी जरूरतों को पूरा करने में लोन लेने के लिए हमेशा आगे रहते है, ऐसे में कई मार्केट प्लेयर कम ब्याज दरों और आसान शर्तों पर लोन दे रहे हैं.
हालांकि, जब भी आप किसी लोन एजेंट के साथ काम कर रहे हों, तो आपको उनकी शर्तों को ध्यान से सुनने और सावधान रहने की जरूरत है. फर्जी एजेंट आपके पैसे ठगने के लिए चालें चलते हैं या किसी और के नाम पर लोन कराने के लिए आपके डॉक्यूमेंट्स का यूज कर सकते हैं.आइये जानते है कैसे इन स्कैम से बचा जा सकता है
लिमिटेड ऑफर के लिए उकसाना
कभी-कभी लेंडर का एजेंट आप पर प्रोसेस को तेज करने के लिए दबाव डालेगा ताकि आप एक एक्साइटिंग ऑफर से न चूकें जो केवल लिमिटेड टाइम के लिए है. वे आपको ये कहकर उकसाएंगे कि अगर आप एक लिमिटेड टाइम के अंदर इसके लिए एप्लाई करते हैं तो आप x पैसे बचाएंगे. ऑफ़र कितना भी अच्छा क्यों न हो, लेंडर के बैकग्राउंड की डिटेल जाने बगैर इसे असेप्ट न करें.
क्रेडिट चेक जरुरी है
कोई लेंडर आपके क्रेडिट हिस्ट्री, यानी आपके सिबिल स्कोर (Cibil score) को चेक किए बिना कभी भी लोन पास नहीं कर सकता है. आख़िरकार, वह आपको पैसा उधार दे रहा है, और उसे ये जानने की ज़रूरत है कि आप इसे समय पर चुकाएं. क्योंकि लेंडर ने आपको नहीं देखा है, इसलिए आप समय पर लोन चुका पाएंगे या नहीं इसका एनालिसिस करने का सबसे अच्छा तरीका आपके CIBIL स्कोर से आपके क्रेडिट हिस्ट्री को चेक करना है. अगर वो ऐसा नहीं करता है तो कुछ गड़बड़ हो सकती है.
हाई एडवांस फीस या नकद फीस
एडवांस प्रोसेसिंग फीस हर लेंडर का अलग-अलग होता है. ये आपके टोटल लोन का 0.5 फीसदी से 2.5 फीसदी के बीच कहीं भी हो सकता हैं. लेकिन अगर कोई आपसे अधिक प्रोसेसिंग फीस मांगता है, तो बेहतर होगा कि आप एक अलग चैनल के मीडियम से लेंडर के साथ इसे चेक कर लें.
दूसरे, प्रोसेसिंग फीस भी ऑनलाइन जमा की जाती है. अगर लेंडर आपसे इसे नकद में देने के लिए कहता है, तो कुछ गड़बड़ है.
बड़ी पेनल्टी
फेक लेंडर का कहना है कि अगर आप एक फिक्सड स्टेज तक पहुंचने के बाद लोन प्रोसेसिंग में देरी करते हैं तो आप पर जुर्माना लगाया जाएगा. जबकि असलियत ये है कि लेंडर आपके ऊपर तभी पेनल्टी लगाता है जब आप पेमेंट में देरी से करते हैं.
स्कैमर्स चालाक लोग हैं, वे किसी के ज्ञान की कमी या समय की कमी का फायदा उठाते हैं. अपनी आंखें खुली रखना हमेशा अच्छा होता है. घोटालेबाजों से सेफ रहने के लिए खुद विषय की पूरी जानकारी रखें. झूठे लगने वाले तूफानी ऑफर से दूर रहें और लोन डॉक्यूमेंट्स पर साइन करने से पहले जांच पड़ताल कर लें. जल्दबाजी में आकर कोई कदम ना उठाए.
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